सोलन:नालागढ़ क्षेत्र के रेड़ू स्थित मंजी साहिब गुरूद्वारा में ग्रंथी की आग लगने से पीजीआई में मौत हो गई है. उसका एक साथी भी पीजीआई में गंभीर रूप से जख्मी है.
यूपी के रामपुर निवासी नानक सिंह (23) रेडू स्थित मंजी साहिब गुरूद्वारा में पिछले 9 माह से ग्रंथी के रूप में तैनात था. एक सप्ताह पूर्व अपने साथी ग्रंथी झिड़ीवाला निवासी वीर सिंह व बघेरी निवासी गुरदास के साथ गुरूद्वारा के बाहर आग सेंक रहे थे.
इस दौरान गीली लकड़ी को जलाने के लिए उसने एक केनी से अंगीठी में पेट्रोल डाला. आग पर पेट्रोल डलते ही केनी ने आग पकड़ ली. आग पकड़ते ही जबरदस्त धमाका हुआ. जिससे यह तीनों आग की चपेट में आ गए.
आगजनी से नानक सिंह 75 फीसदी जल चुका था
बघेरी निवासी गुरदास को तो कुछ नहीं हुआ, जबकि नानक सिंह व वीर सिंह बुरी तरह से झूलस गए. आगजनी से नानक सिंह 75 फीसदी जल चुका था और वीर सिंह भी काफी झुलस गया था.
इन दोनों को नालागढ़ के एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन हालत नाजुक होने पर इन दोनों को पीजीआई रेफर कर दिया गया. जहां पर नानक सिंह ने शनिवार को दम तोड़ दिया.
जानकारी देते हुए हॉस्पिटल के डॉक्टर गगन जैन ने बताया कि 16 तारीख को उनके पास दो मरीज अस्पताल में लाए गए थे. जिनमें से एक मरीज की हालत ज्यादा गंभीर होने के चलते उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया था और वहीं, दूसरे युवक का इलाज उनके अस्पताल में चल रहा था. जिसकी पिछले कल हालत गंभीर होने के चलते उसे भी पीजीआई रेफर कर दिया गया है.