सोलन: कोरोना महामारी से इस समय देश का हर राज्य जुझ रहा है. सारा आर्थिक जगत मंदी की मार झेल रहा है. ऐसे समय में सोलन जिला की सब्जी मंडी में मटर के कारोबार ने रफ्तार पकड़ी हुई है. बीते साल से इस बार कारोबार अधिक होने से किसानों ने राहत की सांस ली है.
वैसे तो सोलन जिला को मशरूम सीटी के नाम से जाना जाता है. यहां का मशरूम देश समेत विदेशों में भी लोकप्रिय है, लेकिन इस साल सूबे में मटर की बंपर पैदावार हुई है. फरवरी माह से शुरू होने वाले मटर के सीजन को इस बार कोरोना की नजर तो लगी, लेकिन बावजूद इसके फसल अच्छी होने से किसानों को ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ा.
अकेले सोलन जिला में इस साल 42,000 क्विंटल मटर की पैदावार हुई. वहीं, साल 2019 में मटर की पैदावार 27,000 क्विंटल हुई थी. इस तरह से साल 2020 में 15,000 क्विंटल मटर की अधिक पैदावार हुई है. कोरोना महामारी के चलते किसानों को इस साल मटर के दाम कम मिले हैं. साल 2019 में किसानों को मटर का औसत दाम 28 रुपये प्रति किलो मिला था. वहीं, साल 2020 में किसानों को मटर का औसत दाम मात्र 23 रुपये प्रति किलो ही मिला.
सोलन की सब्जी मंडी में साल 2019 में 8.30 करोड़ मटर का कुल कारोबार हुआ था. वहीं, इस साल सब्जी मंडी में 9.50 करोड़ का मटर का कोरबार हो चुका है. कोरोना काल में मटर के कारोबार में करीब 1 करोड़ 20 लाख की बढ़ोतरी हुई है.