सिरमौर:इस बार मानसून सीजन में भारी बारिश ने हिमाचल में जमकर कोहराम मचाया है. वहीं, जिला सिरमौर में भी बरसात से भंयकर तबाही मचाई है. सड़कों, पुलों, पेयजल योजनाओं, कृषि, पशुपालन व अन्य क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है. जिला में हालात अब भी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुए है. भारी बरसात में जिला सिरमौर में नुकसान का आंकड़ा ₹250 करोड़ को पार कर गया हैं. भारी बारिश में अब तक जिले में 7 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 14 लोगों के घायल होने की रिपोर्ट प्रशासन ने दी है.
जीवन को पटरी पर लाने में जुटा प्रशासन: जिला में आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन की प्राथमिता पेयजल, सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की तुरंत बहाली के साथ प्रभावित लोगों को राहत एवं पुनर्वास है. जिला में सभी विभागों द्वारा मुस्तैदी के साथ अपने-अपने विभाग की सेवाओं को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है.
लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक नुकसान:प्रशासन के मुताबिक जिला में भारी वर्षा से सबसे अधिक नुकसान सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली आपूर्ति ढांचे के साथ कृषि क्षेत्र का हुआ है. लोक निर्माण विभाग की राज्य सड़कों का नुकसान ₹114 करोड़ आंका गया है. इसी प्रकार राष्ट्रीय उच्च मार्ग की सड़कों को ₹3.73 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है. जिला में कई सड़कें अभी भी बाधित हैं, जिन्हें विभाग बहाल करने में जुटा है.
जल शक्ति विभाग को ₹88.96 करोड़ से अधिक की चपत:जिला में पेयजल योजनाओं के ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा है. इससे पेयजल वितरण में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. हालांकि विभाग पेयजल योजनाओं की बहाली के लिए मुस्तैदी से कार्य कर रहा है. जिला में ₹88.99 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान पेयजल योजनाओं का आंका गया है.
बिजली बोर्ड व कृषि विभाग को भी भारी क्षति:इसी प्रकार जिला में बिजली आपूर्ति के ढांचे को भी बहुत नुकसान हुआ हैं. इसमें बिजली बोर्ड को ₹6.50 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान आंका जा रहा है. जबकि कृषि क्षेत्र भी काफी अधिक प्रभावित हुआ है. कृषि विभाग को ₹29.33 करोड़ से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है.