हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज शिलाई में सुनी जन समस्याएं, बोले-जनमंच के फायदे देखें त्रुटियां नहीं

By

Published : Feb 12, 2020, 11:55 PM IST

शिलाई में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में जनमंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह प्रदेश सरकार का 20वां जनमंच और शिलाई विधानसभा क्षेत्र में चौथा जनमंच कार्यक्रम था.

uresh bhardwaj led janmanch in paonta sahib
सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में पांवटा सहिब में जनमंच कार्यक्रम

पांवटा सहिबः जिला के शिलाई में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में जनमंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह प्रदेश सरकार का 20वां जनमंच और शिलाई विधानसभा क्षेत्र में चौथा जनमंच कार्यक्रम था. इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि इतने बड़े स्तर के आयोजनों में छोटी खामियां रह जाती हैं, जिन्हें ना देखते हुए जनमंच की जनहितकारी खूबियों की ओर ध्यान देना चाहिए.

जनमंच कार्यक्रम से वापस लौट कर पांवटा साहिब विश्राम गृह में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछली सरकार के मुकाबले डेढ़ गुना रिक्त पद भरे गए हैं और जल्द ही हजारों युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी.

वीडियो.

इसके साथ ही शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जनमंच कार्यक्रम में ऑनलाइन शिकायतों में काफी कमी आई है, जिसका कारण कम प्रचार होना और जागरूकता में कमी भी हो सकती है. ऐसे कार्यक्रमों में पिछड़े क्षेत्रों की गरीब जनता को घर द्वार छोटे-मोटे सर्टिफिकेट और अन्य समस्याओं के निपटारे के लिए अपनी बात कहने का खुला मंच प्रदान किया जाता है.

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने 5 वर्षों में शिक्षा विभाग में कुल 6000 भर्तियां की थी, जबकि वर्तमान समय में जयराम सरकार ने मात्र 2 वर्षों में 7300 अध्यापकों की भर्ती की है.

शिक्षा मंत्री ने बताया कि अध्यापकों की भर्ती की यह प्रक्रिया थोड़ी लंबी होती है. इसमे एचपीएससी और स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड शिक्षकों की भर्तियां करता है. वहीं, काफी मामले कोर्ट में भी लंबित पड़े हैं, जिसके कारण कुछ देरी हो जाती है. फिर भी प्रदेश की जयराम सरकार लगातार इस दिशा में कार्य कर रही है.

इसके अलावा कैबिनेट ने 3636 अन्य पद भरने की मंजूरी दे दी है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने माना कि शिमला सिरमौर और चंबा के कुछ क्षेत्रों में स्कूलों में स्टाफ की काफी कमी है. जिसकी भरपाई के लिए उनका विभाग निरंतर कार्यशील है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details