नाहन: जिला सिरमौर में नेशनल एनिमल डिजीज कंट्रोल कार्यक्रम के तहत पशुपालन विभाग द्वारा पशुधन की टैगिंग का कार्य किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत आधार नंबर के सामान पशुधन को एक विशेष तरह का टैग नंबर दिया जा रहा है, ताकि उनकी गणना सरल होने के साथ-साथ वैक्सीनेशन के काम में आसानी हो सके.
इस काम का यह भी लाभ होता है कि पालतू पशुधन के अलावा निराश्रिम पशुधन बारे भी जानकारी उपलब्ध हो जाती है. सिरमौर जिला में भी पशुपालन विभाग द्वारा जिला में करीब 4 लाख 32 हजार पशुधन की टैगिंग का कार्य किया जा रहा है, जिसमें से तकरीबन 78 हजार पशुधन की टैगिंग के कार्य को पूरा किया जा चुका है.
कार्यक्रम के तहत गाय के कानों पर एक विशेष तरह का टैग लगाया जा रहा है, जिसमें उन्हें आधार नंबर के सामान ही अंक मिलता है. टैगिंग के शेष कार्य को भी जल्द पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
सिरमौर जिला पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. नीरू शबनम ने बताया कि नेशनल एनीमल डिजीज कंट्रोल कार्यक्रम के तहत जिला में करीब 4 लाख 32 हजार के करीब पशुधन है. प्रति एक पशुधन को टैग किया जा रहा है. आधार नंबर की तरह 12 नंबर टैग प्रति पशुधन को लगाकर एक यूनीक आईडी दी जाएगी.
अब तक 78 हजार के करीब पशुधन की टैगिंग की जा चुकी है. शेष कार्य को भी जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि टैगिंग के साथ-साथ पशुपालन विभाग द्वारा पशुधन की संपूर्ण वैक्सीनेशन भी की जा रही है.
पशुपालन विभाग की उपनिदेशक डॉ. नीरू शबनम ने यह भी बताया कि नेशनल एनीमल डिजीज कंट्रोल कार्यक्रम के अंतर्गत पशुधन की निशुल्क वैक्सीनेशन भी की जा रही है. कुल मिलाकर जिला सिरमौर में पशुधन की टैगिंग का कार्य जोरों पर चल रहा है और विभाग का प्रयास है कि टैगिंग के बचे शेष कार्य को भी जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए.
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