शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. कुछ जिले कोरोना मुक्त होने के बाद फिर से कोरोना के चपेट में आ गए हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हिमाचल सरकार ने बंदिशें बढ़ा दी हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद प्रदेश में कोरोना के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिले के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें.
7 मई से 16 मई तक हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू लागू
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए हिमाचल में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने 7 मई से 16 मई तक हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है. इसके अलावा सभी सरकारी ऑफिस भी कल शाम से बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. प्रदेश में 10वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. छात्रों को सीबीएसई के आधार पर प्रमोट किया जाएगा. कर्फ्यू के दौरान कुछ छूट भी रहेगी जिसकी नोटिफिकेशन जल्द जारी कर जाएगी.
कैबिनेट बैठक में कुल्लू और ऊना में नई टेस्टिंग लैब शुरू करने को मंजूरी दे दी गई है. इस पर 7 करोड़ खर्च होगा. मंडी में एक अन्य मेक शिफ्ट अस्पताल लगाया जाएगा. प्रदेश के 100 बेड की क्षमता वाले अस्पताल के साथ ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाएगा.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 3,346 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 1200 बेड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 500 वेंटिलेटर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश में पर्याप्त इंतजाम हैं.