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शिमला में जारी है टैक्सी यूनियन का विवाद, डीसी ऑफिस के बाहर हल्ला बोल, प्रशासन से की ये मांग - Himachal Pradesh News in Hindi

गुरुवार आज शिमला की टैक्सी टैक्सी यूनियनों ने जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. एक हफ्ते पहले सिरमौर और शिमला के टैक्सी ऑपरेटरों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. शिमला के टैक्सी ऑपरेटरों ने जिला और पुलिस प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि सिरमौर के टैक्सी ऑपरेटरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई. क्या है सारा विवाद पढ़ें पूरी खबर... (what is shimla taxi union dispute) (Devbhoomi taxi operator union) (taxi union dispute shimla) ( chudeshwar taxi operators union sirmaur)

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शिमला टैक्सी यूनियन विवाद क्या है

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Published : Jun 22, 2023, 8:40 PM IST

नहीं थम रहा टैक्सी यूनियनों का विवाद.

शिमला:राजधानी शिमला में शुरू हुआ टैक्सी यूनियनों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के बाद गुरुवार को शिमला की टैक्सी यूनियनों ने जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. इस प्रदर्शन में करीब 55 टैक्सी यूनियनों ने हिस्सा लिया था.

ये क्षेत्रवाद का मुद्दा नहीं है- प्रदर्शन कर रहे टैक्सी यूनियन के लोगों के मुताबिक इस विवाद को क्षेत्रवाद का रंग देकर शिमला बनाम सिरमौर कर दिया गया है जो बिल्कुल गलत है. देवभूमि टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष अजय ठाकुर ने कहा कि ये क्षेत्रवाद का मामला नहीं है. चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन 60 से 70 लोगों ने मिलकर टैक्सी यूनियन के दो लोगों की पिटाई की है और आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.

गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया-गुरुवार को प्रदर्शन कर रहे टैक्सी यूनियनों ने चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया. टैक्सी यूनियन के सदस्य अशोक राजपूत का कहना है कि सिरमौर के लोग कई सालों से शिमला में काम कर रहे हैं आज तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ है. ये मामला क्षेत्रवाद नहीं बल्कि गुंडागर्दी का है. उन्होंने आरोप लगाया कि कई लोग गैरकानूनी तरीके से गाइड का काम कर रहे हैं. जिससे शहर में जाम की स्थिति तो बनती ही है, पर्यटकों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है, क्योंकि ये गाइड सड़क पर जगह जगह गाड़ियां रोकते हैं और इसका विरोध करने पर मारपीट पर उतर आते हैं. उनकी मांग है कि गैरकानूनी ढंग से काम कर रहे गाइड और नाहन में रजिस्टर्ड टैक्सियों पर एक्शन लिया जाए.

16 जून को शुरू हुआ विवाद- बीते शुक्रवार 16 जून को दो टैक्सी यूनियन के बीच विवाद शुरू हुआ था. जिसके बाद बात मारपीट और गाड़ियों की तोड़फोड़ तक पहुंच गई थी. मामले ने इतना तूल पकड़ा कि विवाद ने क्षेत्रवाद का रंग ले लिया और पूरा विवाद सिरमौर और शिमला के बीच का हो गया. इस मामले में पुलिस ने क्रॉस एफआईआर दर्ज कर रखी है. गुरुवार को प्रदर्शन कर रही यूनियनों ने प्रशासन से मांग की है कि गुंडागर्दी फैलाने वालों पर जल्द एक्शन लिया जाए.

मामले पर शुरू हुई राजनीति- इस बीच विवाद में कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह की भी एंट्री हुई. कहा गया कि अनिरुद्ध सिंह ने शिमला के टैक्सी वालों का समर्थन किया. जबकि अनिरुद्ध सिंह ने कहा है कि ये क्षेत्रवाद का मामला नहीं है. उन्होंने इस विवाद के पीछे बीजेपी का हाथ बताया है. अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि मैंने क्षेत्रवाद को लेकर कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन कुछ लोग इसे राजनीतिक रंग दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये कोई विवाद नहीं है. जिसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. जो भी इस मामले में दोषी होंगे, उनपर कड़ा एक्शन होगा.

वहीं, सिरमौर जिले से संबंध रखने वाले कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि 'ये दो टैक्सी यूनियनों की लड़ाई है जो व्यवसाय को लेकर जुड़ी है. ये क्षेत्रवाद का मामला नहीं है. इसे बीजेपी के कुछ लोग शिमला बनाम सिरमौर की लड़ाई बनाने की कोशिश कर रहे हैं. मेरा ऐसे लोगों से अनुरोध है कि ऐसा ना करें. मैंने टैक्सी यूनियन से जुड़े लोगों से कहा कि बैठकर इस मामले को सुलझाया जाए'.

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