शिमला : हिमाचल प्रदेश में नशे का जाल लगातार फैल रहा है. लगभग रोजाना ही नशा तस्कर नशे की खेप के साथ गिरफ्तार होते हैं. पुलिस भी नशे के खिलाफ अभियान चलाती रहती है. वैसे तो हिमाचल में नशा तस्करी के फैलते जाल के लिए पंजाब से लगते जिलों की बात होती है लेकिन शिमला जिले में भी नशे के सौदागर अपने पांव पसार चुके हैं. शिमला पुलिस की ओर से दिए गए आंकड़े इसकी गवाही देते हैं. जो बताते हैं कि शहर या कस्बे ही नहीं गांव भी नशे के फैलते जाल की जद में आ रहे हैं.
शिमला पुलिस के मुताबिक बीते 10 महीनों में शिमला जिले में कुल 400 एनडीपीएस के मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसके साथ ही कुल 610 तस्कर भी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें 23 महिलाएं भी शामिल हैं. जिनमें से कुछ शिमला की हैं तो कुछ बाहरी राज्यों की, जो चिट्टा लाकर शिमला में रिटेलर को बेच देती हैं. इसके अलावा 135 नशे के सप्लायर भी पुलिस गिरफ्त में हैं.
शिमला पुलिस के मुताबिक नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान में साल 2023 के 10 महीनों में कड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने 135 तस्करों से करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये जब्त किए हैं जबकि 5.70 करोड़ की संपत्ति की जांच चल रही है. इन अंतरराज्यीय तस्करों में चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के तस्कर भी शामिल हैं. जनवरी 2023 से लेकर अक्टूबर 2023 के बीच पुलिस ने नशा तस्करों से जुड़ी 130 गाड़ियां भी जब्त की हैं.
अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ता की ड्रग मनी की डिटेल तैयार की गई है. करीब 135 आपूर्तिकर्ता से 1.30 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं. विशेष यूनिट सेल टीमें तस्करों की आर्थिक कमर तोड़ने की योजना पर काम कर रही है. -संजीव गांधी, एसपी, शिमला