शिमला/ रामपुर:प्रदेश के कई जिलों में भवन, सड़क निर्माण और कई विकास कार्य लंबे समय से ठप पड़े हुए हैं. विकास कार्यों में हो रही देरी से जनता भी हताश है. विकास कार्य में देरी के चलते लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं.
बता दें कि रामपुर में भी सालों से कई काम लटके हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्र को जोड़ने वाली लालसा से बाड़ीधार सड़क का निर्माण कार्य कई सालों से बंद पड़ा हुआ है. सड़क का काम बंद होने से ग्रामीण लोक निर्माण विभाग पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण कार्य लगभग 2014 में शुरू हुआ था, लेकिन 2020 तक भी ये कार्य पूरा नहीं हो पाया है. निर्माण कार्य पहले लोक निर्माण विभाग की ओर से ठेकेदार को दिया गया था. वहीं, उस ठेकेदार ने समय पर कार्य पूरा नहीं किया. उसके बाद दूसरे ठेकेदार को इसका जिम्मा सौंपा गया. दूसरे ठेकेदार ने भी काम को समय पर पूरा नहीं किया.
ग्रामीणों ने बताया कि जब काम दूसरे ठेकेदार को सौंपा गया तो उसने अपने निजी क्रेशर के लिए पत्थरों का इस्तेमाल किया,लेकिन सड़क निर्माण की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया गया, जिससे सड़क निर्माण कार्य को समय पर पूरा नहीं किया गया. इस सड़क का निर्माण शांदल से बाड़ीधार तक ही करना था, लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी इस सड़क पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई है.
लोगों ने बताया कि सड़क निर्माण होने से हजारों लोगों को लाभ मिलेगा. यह सड़क रामपुर मुख्यालय तक पहुंचने के लिए काफी सहायक होगी. दूसरी सड़क की अपेक्षा यह सड़क रामपुर मुख्यालय की दूरी 12 से 15 किलोमीटर तक कम कर देती है. इसी कारण यहां के ग्रामीण क्षेत्र के लोग इस सड़क को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग कर रहे हैं.
एक तरफ सरकार दावा कर रही है कि कोरोना काल में विकास कार्यों की रफ्तार धीमी नहीं होने दी जाएगी. वहीं, कई सालों से चल रहे विकास कार्य भी अभी तक पूरे नहीं हो पाएं हैं.
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