शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पौखरियाल निशंक ने अपने 20 मिनट के संबोधन में मात्र 2 ही मिनट अपने मंत्रालय से जुड़े विषय को दिए. अपने संबोधन में मात्र चंद मिनट ही उन्होंने नई शिक्षा नीति की बात की.
एमएचआरडी मिनिस्टर ने कहा कि 33 सालों के बाद नई शिक्षा नीति देश में लाई जा रही है. यह शिक्षा नीति रोजगार और अनुसंधान, नवाचार, प्रौद्योगिकी, वैचारिकता, सृजनशीलता, ज्ञान, विज्ञान और अनुसंधान पर आधारित होगी.
यह शिक्षा नीति से नए भारत के निर्माण की आधारशिला बनेगी. एमएचआरडी मिनिस्टर का दीक्षांत समारोह के संबोधन दीक्षांत समारोह के पीएचडी और गोल्ड मेडल पाने वाले छात्रों की बधाई से शुरू हुआ. इसके बाद उन्होंने वेद, पुराण, उपनिषदों का जिक्र करते हुए तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय की ख्याति का भी जिक्र किया.
डॉ. रमेश पौखरियाल निशंक ने कहा कि भारत ही वह देश है जो पूरी वसुधा को अपना परिवार मानता है. ज्ञान और बुद्धिमता के कारण सदियों से भारत को विश्वगुरु के रुप में जाना जाता हैं. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की चलाई गई योजनाओं का भी बखान किया और कहा कि मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, स्टार्टअप जैसी योजनाओं के कारण युवाओं के लिए देश में रोजगार ओर स्वरोजगार के अपार अवसर हैं.
उन्होंने कहा की मोदी जी का सपना है कि 2024 तक भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन बनाई जाए. इसके लिए उन्होंने विद्यार्थियों से समर्पण की भावना से कार्य करने का आह्वान किया. इस अवसर पर उन्होंने हिमालय की जैव विविधता,आयुर्वेद समेत अन्य मुद्दों पर भी बात की.
वहीं, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने एचपीयू को हर संभव सहायता प्रदान करवाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय ने राजनीति के क्षेत्र में कई बड़े नाम दिए है, जिसमें जेपी नड्डा, आनंद शर्मा समेत कई नाम शामिल है. उन्होंने कहा कि एचपीयू की एक मांग है कि यहां आईसीटी की बड़ी सुविधा मिले. इसके लिए 5 करोड़ के बजट की जरूरत है. इस मांग को भी पूरा किया जाएगा. साथ ही खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि एचपीयू के एक अरुण धूमल ही देश के सबसे बड़े क्रिकेट बोर्ड के कोषाध्यक्ष बने हैं. ऐसे में एचपीयू को खेलों के लिए भी बेहतर सुविधाएं देंगे. उन्होंने छात्रों से कहा कि अभी डिग्रियां मिली हैं अभी आगे बहुत कुछ करना बाकी है. दुनिया भर में भारत सॉफ्ट पॉवर बन कर उभरा हैं जिसमें केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री की योजनाएं मददगार बनी है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले तीन सालों में 37.70 करोड़ के नए बैंक खाते खोले हैं. इससे डिजिटल भुगतान सुनिश्चित हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने जनकल्याण और प्रदेश के विकास के लिए कई नई योजनाएं शुरू करने पर प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रयासों की भी सराहना की.
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