शिमला: कई राज्यों में विदेशी पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हुई है. हिमाचल के पौंग डैम में भी कई विदेशी परिंदों की मौत बर्ड फ्लू से हो चुकी है. कोरोना काल में बर्ड फ्लू की खबर सुनकर लोग डरे हुए हैं. हालांकि अभी अच्छी बात ये है कि इसका ट्रांसमिशन अभी सिर्फ विदेशी परिंदों में हुआ है.
चिकन अंडे खरीदने से डर रहे लोग
मुर्गियों में अभी तक बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन लोग इतना डरे हुए हैं कि चिकन, अंडे खरीदने से डर रहे हैं. ऐसे में पोल्ट्री फॉर्म और चिकन कारोबारियों को खासा नुकसान हो रहा है.बर्ड फ्लू की बीमारी पक्षियों समेत मुर्गियों में भी पाई जाती है. यही बजह है कि लोगों के मन में डर पूरी तरह से बैठ चुका है.
कसौली में सड़के किनारे मिले मरे हुए मुर्गे
दहशत का आलम ये है कि पिछले दो दिनों से सोलन के कसौली में मरे हुए मुर्गों को सड़क के किनारे फेंक दिया गया था. इस बात से आंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों में बर्ड फ्लू का कितना खौफ है. इसी डर के चलते बाजार में चिकन की मांग कम हो गई है. ऐसे में पोल्ट्री फार्म से जुड़े कई व्यवसायी और चिकन विक्रेताओं का कारोबार प्रभावित हो रहा है.
चिकन बिक्री में गिरावट
राजधानी शिमला में चिकन विक्रेताओं का मानना है कि हालिया दिनों में चिकन की बिक्री में 5 से 10 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. वहीं, सरकार का प्रयास है कि बर्ड फ्लू पोल्ट्री फार्म तक ना पहुंचे. एक बार अगर बर्ड फ्लू पोल्ट्री फार्म तक पहुंचा तो सरकार को भारी नुकसान पहुंचेगा.
फिर मंडराए संकट के बाद
कोरोना काल के बाद धीरे-धीरे पोल्ट्री फार्म मालिकों और चिकन विक्रेताओं का कारोबार धीर-धीरे पटरी पर लौटने लगा था, लेकिन अब बर्ड फ्लू की दस्तक से इन्हें एक बार फिर दुकानों पर ताला लगने का डर सता रहा है.