शिमला:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि उनकी तरफ से बागवानों के हितों की रक्षा के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सेब के गिरते दामों को लेकर बागवान हताश हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. राजधानी शिमला में गुरुवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पीसीसी चीफ ने यह बात कही.
कुलदीप सिंह राठौर ने सरकार पर बागवानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अडानी को सरकार ने कोल्ड स्टोरेज के लिए जमीन लीज पर इस अनुबंध के साथ दी थी कि वह बागवानों के हितों की पूरी रक्षा करेंगे. लेकिन, आज यही अडानी बागवानों का शोषण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और इसका डट कर विरोध होगा.
राठौर ने कहा की एचपीएमसी की नीतियां भी बागवानी विरोधी है. एचपीएमसी ने अपने कोल्ड स्टोर निजी हाथों में किराए पर दे दिए हैं. उन्होंने कहा की बागवानों को इन कोल्ड स्टोरेज में अपनी सेब की फसल रखने की व्यवस्था की जानी चाहिए.
राठौर ने बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनके बयानों से साफ है कि वह न तो बागवानी की कोई समझ रखते हैं और न ही उनके हितेषी हैं. मंत्री के एक बयान जिसमें उन्होंने बागवानों को सेब खुले में ट्रे में बेचने की बात कही थी, उसे जले पर नमक छिड़कने की संज्ञा देते हुए कहा कि इस बयान से बागवानों के प्रति उनकी मानसिकता साफ इंगित होती है. ऐसा संभव ही नहीं है कि कोई बागवान सेब की ट्रे लेकर सड़क किनारे बैठ कर अपनी फसल बेचे. इस तरह के बयान पर मंत्री को बागवानों से माफी मांगनी चाहिए.
शहरी विकास मंत्री पर भी निशाना साधते हुए पीसीसी चीफ ने कहा कि उन्हें अपनी भाषा मे सयंम रखने और सोच समझ कर कोई टिका टिप्पणी करने की जरूरत है. खुद पर की गई टिप्पणी पर ऐतराज जताते हुए कुलदीप राठौर ने कहा कि शालीनता की परीक्षा लेने की भूल न करें.
कुलदीप सिंह राठौर ने भाजपा नेताओं के प्रदेश में नए जिलों के गठन के प्रस्ताव और विचार को महज एक चुनावी शगूफा बताया है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले यह बताए कि नए जिलों के प्रस्ताव की कार्य योजना क्या है. इसके लिए पैसा कहां से आएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जहां-जहां उप चुनाव है, वहां सब तहसीलें, उपमंडल कार्यालय व अन्य कई घोषणाएं कर रहें है, जबकि प्रदेश सरकार के पास पैसा ही नहीं है. सरकारी कर्मचारियों के वेतन भत्ते कर्ज लेकर दिए जा रहें है.
राठौर ने सरकार के जनमंच कार्यक्रम फिर से शुरू करने पर सवाल किया कि एक तरफ कोरोना की तीसरी लहर का डर, क्या कोरोना नहीं फैलेगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक तरफ भीड़ पर अंकुश लगा रखा है और दूसरी तरह अपने समारोह में भीड़ जुटा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वैसे भी जनमंच से कुछ हासिल नहीं हुआ है. केवल अधिकारियों की लोगों के समक्ष डांट फटकार का ही यह मंच है.
गैस सिलेंडर के बढ़े दामों की आलोचना करते हुए. उन्होंने कहा कि जबतक भाजपा सत्ता में बैठी रहेगी, तबतक महंगाई इसी रफ्तार से बढ़ती रहेगी. कांग्रेस के खिलाफ चार्जशीट के सवाल के जवाब में राठौर ने कहा कि चार साल से तो सरकार ने कोई जांच नहीं की. उन्होंने कहा कि अब चुनाव नजदीक आते, अधिकारियों पर दवाब बनाने और लोगों में भ्रम पैदा करने की एक असफल कोशिश है, कांग्रेस इससे कभी भी डरने वाली नहीं है.
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