शिमला:सीएमआईई की रिपोर्ट (CMIE report) के मुताबिक इस समय हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी दर (Unemployment Rate in Himachal Pradesh) 16.3 फीसदी है. देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर पुडुचेरी (Puducherry) में है, जहां के 47.1 फीसदी लोग बेरोजगार हैं. पड़ोसी राज्य हरियाणा के 27.9 फीसदी लोग बेरोजगार हैं. रोजगार नहीं होने से लोगों के पास पैसे की कमी हो रही है, जिससे दैनिक उपयोग की चीजों की मांग में भी बढ़ोतरी नहीं हो रही है.
प्रदेश सरकार के जारी आंकड़ों के अनुसार 2020-21 वित्तीय वर्ष में 96 हजार से अधिक लोगों ने रोजगार कार्यालय (employment office) में रोजगार के आवेदन दिए. इस अवधि में सरकार केवल 867 लोगों को ही रोजगार दे पाई. साथ ही 3,266 अधिसूचित रिक्तियों के समकक्ष हई है.
प्रदेश में बेरोजगारी का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि वन विभाग (Forest department) की तरफ से फॉरेस्ट गार्ड (forest guard) के 386 पदों के लिए करीब एक लाख आवेदन आ चुके हैं. 19 अगस्त तक आवेदन किए जा सकते हैं. कुल आवेदनों में 20391 लड़कियों ने भी आवेदन किया हैं. कठिन ड्यूटी होने के बावजूद वह यहां की हरियाली को बचाने, संरक्षण करने के चुनौतीपूर्ण क्षेत्र को अपनाने को तैयार है. इनमें भर्ती को लेकर काफी जोश बना हुआ है. कुल पदों में से 75 पद वन निगम के और 311 वन विभाग के हैं. भर्ती विभाग ही आयोजित कर रहा है.
1986 में सबसे पहले वन विभाग में सीमित सीधी भर्ती (Direct recruitment) यानी एलडीआर कोटे से कुछ महिलाओं की पहली बार वन रक्षक के पद पर भर्ती हुई. इसके बाद 17 वर्षों में 2003 में भर्ती की गई. 2006 में तो एक साथ करीब एक सौ पद महिलाओं से भरे गए. अब तक करीब ढाई सौ महिलाएं वन रक्षकों के पदों पर सेवाएं दे रही हैं, जबकि महिला, पुरुष की कुल काडर की संख्या 2575 हैं. इसमें से दो हजार पद भरे हुए हैं, बाकी पद खाली पड़े हुए हैं. पहले ग्राउंड टेस्ट (ground test) के लड़कियों के लिए 30 अंक थे. मानक लड़कों के मुकाबले काफी आसान थे. यह अंक लिखित परीक्षा के साथ जुड़ते थे, वर्ष 2017-18 में ग्राउंड को केवल क्वालिफाई (Qualify) कर दिया. अब लिखित परीक्षा और पंद्रह अंकों के विभिन्न दस्तावेजों के अंकों की मेरिट (merit) बनती है.
फॉरेस्ट गार्ड में भर्ती के लिए आए आवेदन
कुल आवेदन- 99879
सामान्य श्रेणी- 47408