शिमला: शनिवार को कांग्रेस ने हिमाचल की जयराम सरकार के खिलाफ चार्जशीट (Himachal Congress Chargesheet) जारी की है, जिसका शीर्षक "लूट की छूट" रखा गया है. कांग्रेस ने इस चार्जशीट के जरिये जयराम सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए कई संगीन आरोप जड़े हैं. कांग्रेस के आरोपपत्र मे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को कमजोर और अनुभवहीन बताते हुए उन्हे दिल्ली की कठपुतली की उपाधि से नवाजा गया है. कांग्रेस ने जयराम सरकार के पांच साल के राज में भ्रष्टाचार, वन- खनन माफिया, नशे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है और महंगाई को भाजपा सरकार का गहना करार दिया है. 23 पन्नों की इस चार्जशीट में बीजेपी की मौजूदा सरकार को पिछले 5 साल में 18 मोर्चों पर घेरा गया है.
1. झूठे वादे एवं कुप्रबंधन: कांग्रेस की चार्जशीट के मुताबिक भाजपा ने सरकार बनाने से पहले सुशासन के जो वादे किये थे वे सब के सब विफल हुए हैं. सच दरअसल यह है भाजपा जो दृष्टि पत्र जारी करती है वह, चुनावी जुमलों’ का पुलिंदा होता है. साथ ही सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण प्रदेश पर कर्ज का बोझ 62000 करोड़ पार कर गया है.
2. डबल इंजन की सरकार में महंगाई की मार: कांग्रेस ने महंगाई के मोर्चे पर जयराम सरकार को घेरते हुए साल 2014 में सिलेंडर, आटा, दूध, पेट्रोल, डीजल, दाल आदि की कीमतों की तुलना 2022 से की है. (HP Congress Chargesheet).
3. बेरोजगारी:लगातार बढ़ती बेरोजगारों की फौज को भी कांग्रेसे मुद्दा बनाया है. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था जो कभी पूरा नहीं हुआ. हिमाचल में बेरोजगारी का औसत 9.2% है जो राष्ट्रीय औसत दर 7.9% से अधिक है. 67000 सरकारी पद रिक्त हैं लेकिन प्रदेश का युवा निजी नौकरी से भी वंचित है क्योंकि आउटसोर्सिंग के बहाने भाजपा सरकार में ज्यादातर बाहरी लोगों को नौकरी मिली है.
4. पुलिस भर्ती पेपर लीक घोटाला: साल 2022 में सुर्खियों में रहे पुलिस भर्ती पेपर घोटाले को लेकर भी कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस के मुताबिक प्रदेश के लगभग दो लाख युवाओ का नौकरी का सपना तोड़ने वाला घोटाला गृहमंत्री एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की नाक के नीचे हुआ जिसकी जाँच तक नहीं होने दी गई. (Chargesheet against Jairam Sarkar).
5. भर्ती घोटाले:कांग्रेस ने जयराम सरकार पर प्रदेशभर में हुई भर्तियों में धांधली का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने चार्जशीट में जिक्र किया है कि एचपीयू से लेकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, आईआईटी मंडी, एनआईटी हमीरपुर, आईआईएमटी सिरमौर, आईआईआईटी ऊना, मेडिकल कॉलेज नेरचौक, एम्स बिलासपुर, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर जैसे बड़े-बड़े संस्थानों में बड़े पैमाने पर भर्तियां हुई और सबूत हैं कि इन भर्तियों में धांधली हुई है. प्रदेश मे राज्य एवं केंद्र सरकार के विभिन्न शिक्षा संस्थानो मे BJP RSS से जुड़े लोगो को भर्ती किया गया और UGC मापदंडों को ताक् पर रखकर सिफारिशों के आधार पर भर्तियां हुई.
6. आपदा मे लूट: कोरोना महामारी मे PPE खरीद घोटाले मे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा तक देना पड़ा. सैनिटायजर और उपकरण खरीद मे भी करोड़ों का घोटाला हुआ है. कांग्रेस ने कोरोना काल में जयराम सरकार और बीजेपी नेताओं पर लूट खसोट के आरोप लगाए हैं.
7. बिजली विभाग घोटाले:कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बिजली विभाग में ठेकेदारों के जरिये करोड़ों की लूट की गई है. कांग्रेस सरकार मे CAG रिपोर्ट पर हंगामा करनेवाले भाजपाई अब HPTCL, IPDS कार्य, सोंग टॉंग कड़छाम योजना पर भृष्टाचार की CAG रिपोर्ट पर चुप है और कोई कारवाई नही हुई है.
8. PWD मे करोडो का घपला:कांग्रेस ने लोक निर्माण विभाग पर करोड़ों के घपले का आरोप लगाते हुए कहा है कि घटिया गुणवत्ता के कार्य करवाना, बिना स्वीकृति कार्य जारी करवाना, कार्यो मे देरी करवाना और अपने चहेते ठेकेदारो को करोडो के भुगतान कर खुद पैसे बनाना भाजपा सरकार की पहचान बनी है. (Congress Chargesheet against Himachal government).