शिमला:अपने स्वाद के लिए देश भर में मशहूर कांगड़ा चाय अब विदेशों में भी मशहूर होने वाली है. यूरोपियन यूनियन ने कांगड़ा चाय को जीआई टैग दे दिया है. जीआई टैग मिलने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कांगड़ा चाय की पहचान और मजबूत होगी. वहीं, जीआई टैग मिलने पर पालमपुर के विधायक और सरकार में CPS आशीष बुटेल ने यूरोपियन यूनियन का आभार जताया है और कहा कि ये बहुत बड़ी उपलब्धि है.
CPS आशीष बुटेल ने कहा कि कांगड़ा चाय को हाल ही में जीआई टैग मिला है. टैग मिलने का मकसद यह है कि एक एरिया चयनित किया जाता है. जहां इस तरह की चाय होती है. यूरोपियन यूनियन ने कांगड़ा चाय को इसके लिए चुना है और जीआई टैग दिया है. अब विदेशों में कांगड़ा चाय के नाम से चाय प्रसिद्ध होगी और वहां पर बिक सकती है. जो भी लोग कांगड़ा चाय का एक्सपोर्ट का कार्य करते हैं उनके लिए उनके लिए बहुत फायदेमंद है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल में 2500 हेक्टेयर पर चाय की खेती होती है. कंगड़ा चाय की क्वलिटी काफी अच्छी है और लंबी पत्ती वाली चाय के नाम से भी इसे जाना जाता है. कांगड़ा चाय को भारतवर्ष में पहले ही जीआई टैग मिला हुआ है. जिससे कांगड़ा चाय की बहुत प्रसिद्धि हुई थी. वहीं, अब यूरोपियन यूनियन से जीआई टैग मिलने पर विदेशों में भी ये चाय प्रसिद्ध होगी.