शिमला: राजधानी शिमला के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में महिला द्वारा की गई आत्महत्या मामले में अब कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं और कोविड सेंटरों में सरकार पर ही लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस नेता और पूर्व पर्यटन निगम के उपाध्यक्ष हरीश जनारथा ने कहा कि कोविड सेंटरों में कोरोना संक्रमित मरीजों की कोई देखभाल नहीं की जा रही है. खास कर डीडीयू अस्पताल में मरीजों का कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है.
इसको लेकर अस्पताल में दाखिल मरीजों से भी बात की गई और उनकी देख रेख नहीं की जा रही है. महिला को अंदर न तो समय पर दवाई दी गई और न ही उन्हें पानी तक दिया गया जिसके चलते महिला ने ये कदम उठाया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही इस सेंटर को शिफ्ट करने की मांग कर रही थी. यहां पर मरीजों को सही से इलाज तक नहीं किया जा रहा है और इस महिला की जान सरकार की लापरवाही से ही गई है. महिला गरीब परिवार से सम्बंध रखती है और उनके बेटे से बात की है तो उन्होंने भी कहा कि अंदर उन्हें कोई देखने नहीं जाते हैं और न दवाई दी जा रही है. इसके अलावा एक गर्भवती महिला भी यहां दाखिल है और उनके परिजन भी लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं.
जनारथा ने महिला द्वारा की गई आत्महत्या की जांच करवाने की मांग की और कहा कि जो भी इसमें दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को कोविड सेंटरों में उचित व्यवस्था बनाई रखनी चाहिए.