शिमला:कोरोना के इस संकट के समय में पूरे देश में लॉकडाउन और कुछ जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है. स्कूल भी बंद हैं तो बच्चे और बड़े सब घरों में ही कैद हैं. ज्यादा परेशानी इस समय बच्चों को यह आ रही है कि वह घर से बाहर खेलने के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं.
पहले जहां स्कूल के मैदान में बच्चे भाग दौड़ करते थे और अपनी पसंद की गेम्स भी खेलते थे, लेकिन अब लॉकडाउन की वजह से बच्चों का अधिकतर समय मोबाइल पर गेम्स खेल कर ही बीत रहा है.
बच्चे ही नहीं बल्कि युवा भी अधिकतर समय मोबाइल पर गेम्स खेल कर या कोई वेब सीरीज देख कर या फिर टिकटॉक पर बिता रहे हैं. यहां तक कि अब तो घर के अंदर गैलरी में ही स्केटिंग की प्रैक्टिस भी शुरू हो गई है. घर के अंदर ही खेले जाने वाले खेल दोबारा से शुरू हो गए हैं और कैरम बोर्ड के साथ तंबोला घरों के अंदर बच्चों की डिमांड पर खेला जा रहा है.
लॉकडाउन की वजह से जो गेम्स घरों से बाहर खुले मैदान में खेली जाती थी अब उनका दायरा कम हो गया है और घर के बाहर जो आंगन है उसी में परिवार के साथ बच्चे कभी फुटबॉल खेल कर तो कभी बैडमिंटन पर हाथ आजमा रहे हैं जिससे कि उनका समय आसानी से बीत सके.
लॉकडाउन और कर्फ्यू से पहले जहां बच्चे स्पोर्ट्स कॉन्पलेक्स जाकर जूडो, कराटे, ताइक्वांडो या अलग-अलग तरह के गेम्स की ट्रेनिंग ले रहे थे. तो वहीं कुछ बच्चे डांस तो कुछ म्यूजिक की कक्षाओं में जा रहे थे, लेकिन अब जब यह सब बंद है तो घर ही कभी डांस करने की तो कभी गाने की प्रैक्टिस चल रही है तो कहीं रामायण के अगर-अलग किरदारों में भी बच्चे अपनी एक अलग ही रामलीला बनाते हुए भी इन दिनों नजर आ रहे हैं.