शिमला:हिल्स क्वीन शिमला अपनी खूबसूरती और पर्यटन के लिए पहचान रखती है, लेकिन राजधानी में लगने वाला ट्रैफिक जाम किसी से छिपा नहीं है. पर्यटन सीजन के समय और स्कूल, कॉलेज और ऑफिस आने-जाने के समय ये जाम लोगों की सिर दर्द बढ़ा देता है. 20 मिनट के रास्ते को तय करने में आम लोगों को लगभग एक घंटा या डेढ़ घंटा लग जाता है. ऐसे में शिमला की हाईटेक पुलिस ने जाम से निपटने के लिए एक नया फॉर्मूला निकाला है.
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत राजधानी शिमला में पांच इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किए जाएंगे. जिसके लिए ट्रायल के तौर पर शिमला के फागू में एक सिस्टम स्थापित किया गया है. सिस्टम के तहत ऑटोमेटिक तरीके से वाहनों की गति, सीट बेल्ट, हेलमेट और ओवरटेकिंग जैसे कई ट्रैफिक नियमों की रिकॉर्डिंग की जाएगी और सिस्टम से सीधे ही ऑटोमेटिक तरीके से चालान भी कट जाएंगे.
वहीं, स्मार्ट सिटी के तहत निगरानी के लिए 219 सीसीटीवी कैमरा स्थापित करने की प्रक्रिया भी जारी है. इसके अलावा राजधानी में बढ़ते नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने सतर्कता बढ़ाई है और आए दिन नशे की सप्लाई को रोकने के लिए छापे मारे जा रहे हैं. शिमला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील नेगी ने बताया कि राजधानी में ट्रैफिक की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए 5 इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्मार्ट सिटी के तहत स्थापित किए जाने हैं. जिसका ट्रायल भी किया जा रहा है.