शिमला: कोरोना को लेकर लगाए गए कर्फ्यू के चलते एक महीने से शिमला में फंसे कश्मीरी मजदूर शुक्रवार रात दस बजे शिमला से जम्मू के लिए रवाना हो गए. जिला प्रशासन ने कश्मीरी मजदूरो को जाने की अनुमति दी और छः निजी बसों से 168 कश्मीरी मजदूर शिमला लक्कड़ बाजार बस स्टैंड से लखनपुर के लिए निकल गए.
सरकार ने इन लोगो को जाने की अनुमति दी, लेकिन जाने की व्यवस्था नहीं की. जिसके चलते कश्मीरी मजदूरों ने 6 निजी बसों को अपने किराए पर बुक किया. ये बसे लखनपुर तक जाएगी जहां से जम्मू प्रशासन इन मजदूरों को आगे ले जाने की व्यवस्था करेगा.
हैरानी की बात है कि देर रात शिमला के लक्कड़ बाजार में 168 कश्मीरी मजदूरों के जाने के समय न तो कोई प्रशासन का कोई नुमाइंदा वहां पर मौजूद था और न ही कोई पुलिस कर्मी. बसों में सोशल डिस्टेंसिंग भी देखने को नहीं मिली.
कश्मीर के इन मजदूरों का कहना है कि वे यहां दिहाड़ी मजदूरी करने आये थे, लेकिन एक महीने से कर्फ्यू के चलते कोई काम नहीं कर पा रहे थे और वो घर जाना चाहते थे. प्रशासन और सरकार ने आज उन्हें जाने की अनुमति दे दी है और आज वे घर जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि और लोग भी जाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं मिली है. उन्होने कहा कि कोरोना के चलते यहां काम नहीं है, अब वे घर जा कर खेतीबाड़ी का काम करेंगे.
बता दें कोरोना के चलते कर्फ्यू लगने के बाद से ही कश्मीरी मजदूर घर जाने की मांग प्रशासन से कर रहे थे, लेकिन सरकार से अनुमति नहीं मिल रही थी. वहीं सरकार ने शुक्रवार को कोटा से छात्रों को लाने के लिए बसें भेजने के बाद कश्मीरी मजदूरों को भी यहां से जाने की अनुमति दे दी.