शिमला: कोरोना वायरस एक महामारी बन चुकी है. दुनिया भर के लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं. सरकार इस बीमारी से आम आदमी को बचाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है. वहीं, प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग बड़े-बड़े दावे करता आया है, लेकिन कोरोना पीड़ितों या संदिग्ध मरीजों को अस्पताल तक लाने वाले एंबुलेंस कर्मचारियों की सुरक्षा राम भरोसे है.
यह बात खुद 108 एंबुलेंस में कार्यरत कर्मचारियों ने ईटीवी से बातचीत में कही. 108 एंबुलेंस में कोरोना के संदिग्ध मरीज को अस्पताल तक लाने वाली एक महिला कर्मचारी ने बताया कि वह अपने रिस्क पर काम कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें संस्थान की तरफ से सुरक्षा के लिए कोई प्रबंध नहीं किये गए हैं. यहां तक के 108 एंबुलेंस में चालक व टैक्निकल कर्मचारी खुद बाजार से मास्क और सेनिटाइजर खरीद रहे हैं.