मंडी: हिमाचल सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि प्रदेश सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल है और यहां किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है. यदि कोई बात है भी तो उसे मिल बैठकर सुलझाना ही हमारा दायित्व है. यह बात उन्होंने मंडी में पत्रकारों के सवालों के जबाव में कही. बता दें कि कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर को एक साल का जश्न मनाने जा रही है, इसी बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व सांसद प्रतिभा सिंह से जब कार्यक्रम के बारे मे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ''मुझे इस कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं दी गई. आखिरकार सरकारें संगठन की वजह से बनती हैं. संगठन ने काम किया तभी हमारी सरकार बन पाई है. अगर आज हमारी सरकार रहते हुए संगठन को नजरअंदाज करेंगे तो ये बात ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री खुद संगठन से उभरे व्यक्ति हैं, वो हमेशा संगठन की बात करते हैं. संगठन में अलग-अलग पदों से होते हुए वो आज प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं. मैं चाहती थी कि वो संगठन को भी मजबूती देते, जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ता. सबके साथ तालमेल बनाने की जरूरत है ताकि कार्यकर्ताओं में जोश रहे और वो 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहें." मीडिया में यह बयान आने के बाद तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे. उधर, बीजेपी के ऑपरेशन लोट्स का भी जिक्र होने लगा. वहीं, इसके बाद विक्रमादित्य ने बात संभाली और आज सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल की बात कही.
आज विक्रमादित्य सिंह मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहे. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष एवं मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह भी मौजूद रही. अपने गृहक्षेत्र आने पर भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने उनका स्वागत किया और समारोह में साथ मौजूद रहे. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि संगठन की सोच पर ही सरकार काम कर रही है. ओपीएस जैसी गारंटी को पूरा किया जा चुका है, जबकि बाकी गारंटियों को भी पूरा करने की दिशा में कार्य चल रहा है. आपदा के कारण इनमें थोड़ी देरी हुई है, लेकिन जल्द ही सरकार सभी गारंटियों को पूरा करेगी. विक्रमादित्य सिंह के मंडी सदर के दौरे से पहले ही विधायक अनिल शर्मा के पुत्र आश्रय शर्मा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर कटाक्ष कर दिया था.