मंडी: 1 जून की सुबह मंडी जिले के करसोग में देहरी के पास एचआरटीसी की बस खाई में गिर गई. जिसमें सवार कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए. मामले में मंडी डीसी ने बस हादसे की जांच करसोग एसडीएम ओम कांत ठाकुर को सौंपी है. डीसी मंडी ने इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिए हैं. प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि हादसा किसी लापरवाही या फिर तकनीकी खराबी के कारण हुआ है.
बस चालक ने हादसे के पीछे स्टेयरिंग लॉक होना बताया है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि जहां हादसा हुआ वहां सड़क किनारे पत्थर गिरे हुए थे, लेकिन हादसे की असल वजह क्या रही ? इसका पता जांच के बाद ही चल पाएगा. बहरहाल बस की तकनीकी जांच के लिए शिमला से विशेषज्ञों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और उन्होंने बस की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. हादसे में 40 के करीब लोग घायल हुए हैं.
एसडीएम करसोग ओम कांत ठाकुर से मिली जानकारी के अनुसार चालक और परिचालक सहित पांच घायलों को उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया है. जबकि चार घायलों का सिविल हॉस्पिटल करसोग में उपचार चल रहा है. बाकी लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है. घायलों को फौरी राहत भी प्रशासन की तरफ से दे दी गई है. हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है.
वहीं, डीएसपी करसोग गीतांजलि ने बताया हादसे के सही कारणों की जांच की जा रही है. प्रारंभिक तौर पर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी गई है. तकनीकी टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. बता दें बीते दिन मैंढी से करसोग आ रही एचआरटीसी की एक बस देहरी के पास हादसे का शिकार हो गई. यह बस सड़क से 300 फीट नीचे गहरी खाई में जा गिरी. पेड़ों की वजह से बस जंगल के बीच रूक गई नहीं तो, ज्यादा नीचे जाती तो कई जानें जा सकती थी.
करसोग विधायक दीपराज ने कहा करसोग विधानसभा क्षेत्र के अंदर सभी जगह सड़कों की हालत खस्ता है. यही नहीं करसोग को हमेशा खटारा बसें ही भेजी जाती है, सरकार को ये प्रथा बंद करनी चाहिए.
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