मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 2020 के लिए प्रशासन समेत सर्व देवता समिति ने तैयारियां शुरू कर दी है. जिलाभर से महोत्सव में शिरकत करने वाले देवी देवताओं के देवलुओं को पेश आने वाली समस्याओं पर सर्व देवता समिति की कार्यकारिणी ने मंथन किया और जिला प्रशासन से समस्याओं को दूर करने का आग्रह किया.
सर्व देवता समिति के प्रधान शिव पाल शर्मा ने कहा कि शिवरात्रि महोत्सव देवी देवताओं का समागम है. समिति का प्रयास है कि अधिक से अधिक देवी देवता महोत्सव में शिरकत कर इसकी शोभा बढ़ाए. उन्होंने कहा कि शिवरात्रि महोत्सव के दौरान जुटाए जाने वाले फंड की अधिकत्तर राशि देवी देवता, बंजतरी और देवलुओं पर व्यय की जाए क्योंकि देवी देवताओं व देवलुओं के बिना शिवरात्रि महोत्सव अधूरा है.
शिव पाल शर्मा ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में फंड में कटौती की जाए और इसे देव समाज पर खर्चा जाए. देवी देवताओं के भत्ते और खाने की राशि में बढ़ोतरी की जाए. उन्होंने लकड़ियां भी भरपुर मात्रा में उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है.
वहीं, सर्व देवता समिति ने मांग उठाई है कि निमंत्रण के बावजूद लंबे अरसे से शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत न करने वाले देवी देवताओं को नोटिस देकर पूछा जाए कि वह शिरकत करना चाहते हैं या नहीं. अगर देवी देवता शिरकत करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. यदि वह आना नहीं चाहते हैं तो सिर्फ कागजों में संख्या रखना भी सही नहीं है. सर्व देवता समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने बताया कि करीब दो दर्जन देवी देवता ऐसे हैं जोकि रियासतकाल के बाद शिवरात्रि महोत्सव में नहीं आ रहे हैं. हालांकि कुछ देवी देवता 40 वर्षों के बाद मंडी शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे हैं, लेकिन कुछ अभी भी निमंत्रण के बावजूद नहीं आ रहे हैं.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 2020, 22 से 28 फरवरी तक मनाया जाएगा. महोत्सव के लिए प्रशासन के साथ सर्व देवता समिति ने भी तैयारियां शुरू कर दी है. इसके तहत देवी देवताओं के ठहरने व अन्य सुविधाओं को लेकर इन दिनों रणनीति तैयार की जा रही है. मंडी शिवरात्रि महोत्सव के लिए हर बार 216 देवी देवताओं को प्रशासन की ओर से निमंत्रण दिया जाता है.
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