लाहौल स्पीति: अटल टनल रोहतांग बनने के बाद शीत मरुस्थल लाहौल-स्पीति सैलानियों की पहली पसंद बन गया है. अटल टनल बनने के बाद कोरोना संकट के बीच दिसंबर और जनवरी महीने में घाटी में पर्यटकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ ही रही थी कि एक बार फिर से कोरोना की दूसरी लहर ने पर्यटन पर करीब-करीब ब्रेक लगा दिया. प्रशासन को उम्मीद है कि कोरोना की स्थिति सामान्य होते ही एक बार फिर से लाहौल घाटी में पर्यटकों का सैलाब उमड़ेगा. ऐसे में प्रशासन की ओर से तैयारियां की जा रही हैं ताकि पर्यटन शुरू होने पर किसी तरह की कोई परेशानी न हो.
अटल टनल से पर्यटकों की आवाजाही
अटल टनल बनने पर्यटकों की आवाजाही लाहौल स्पीति में बढ़ गई है. पर्यटकों की सुविधाओं के लिए लाहौल-स्पीति प्रशासन व्यवस्थाओं में जुट गया है, अटल-टनल के साथ लगते पर्यटन स्थल सिस्सु में प्रशासन ने मोबाइल टॉयलट स्थापित कर दिए हैं, पर्यटकों के आमद से बढ़ने से उत्पन्न होने वाले कूड़े-कचरे को लेकर प्रशासन ने पहले ही तैयारी कर ली है. साथ ही होटलों की कमी को पूरा करने के लिए लाहौल घाटी में घरों को प्रदेश सरकार की होम-स्टे योजना के तहत पंजीकृत किया गया है. जिसके तहत स्थानीय लोगों को भी सुविधाएं मिलेंगी और व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी.
कारोबारियों को सैलानियों के आने की उम्मीद