कुल्लू: रघुनाथ पुर के रघुनाथ मन्दिर में देवताओं के आदेश पर जगती का आयोजन किया गया. इस जगती में जिला कुल्लू के 200 से अधिक देवी-देवताओं ने भाग लिया. रघुनाथ मंदिर में भगवान रघुनाथ के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने सभी देवी-देवताओं को ध्यान पूर्वक सुना और उनके निर्देशों को पूरा करने का प्रण लिया. दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं को ना बुलाए जाने पर घाटी के सभी देवता काफी नाराज दिखे. उन्होंने देव नीति में राजनीति न करने की बात कही.
रघुनाथ मंदिर में जगती का आयोजन, सैकड़ों देवी-देवताओं ने लिया भाग
रघुनाथ मन्दिर में देवताओं के आदेश पर जगती का आयोजन किया गया. इस जगती में जिला कुल्लू के 200 से अधिक देवी-देवताओं ने भाग लिया.
आक्रोशित देवी-देवताओं का कहना है कि सब आम जनमानस उनके लिए एक समान हैं, लेकिन आज लोग देवी-देवताओं की बातों को भूलते जा रहे हैं, जिसके आने वाले समय में परिणाम भुगतने पड़ेंगे. इस दौरान देवी-देवताओं ने घाटी में बारिश व बीमारी को कम करने के संकेत दिए.
भगवान रघुनाथ के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने कहा कि देवी-देवता जगती में काफी आक्रोशित नजर आए हैं. उन्होंने यज्ञ करने का निर्णय सुनाया. अब जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा कि यज्ञ ढालपुर में किया जाएगा या भगवान रघुनाथ के मंदिर में किया जाएगा.