कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं को ना बुलाने पर देवता नाराज चल रहे है उन्हें मनाने का दौर भी जारी है. ऐसे में देवी-देवताओं के आदेश पर रघुनाथ मंदिर में 16 नवंबर को छोटी जगती का आयोजन किया जाएगा.
जिला मुख्यालय स्थित रघुनाथ मंदिर में 16 नवंबर को 300 से अधिक देवी-देवता छोटी जगती में भाग लेंगे. वहीं, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए इस उत्सव का आयोजन होगा.
भगवान रघुनाथ के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह का कहना है कि दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं को ना बुलाए जाने पर सैकड़ों देवी-देवताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. अब देवताओं ने ही जगती करने का आदेश दिया है.
ऐसे में देवी-देवताओं से भी आशीर्वाद मांगा गया था और फल स्वरूप कुल्लू में बारिश हुई, जिसके चलते अब 16 नवंबर को रघुनाथ मंदिर में छोटी जगती का आयोजन किया जाएगा. वहीं, दशहरा उत्सव के दौरान ढालपुर मैदान में धारा 144 लगाने पर भी महेश्वर सिंह काफी नाराज दिखे.
महेश्वर सिंह का कहना है कि इस जगती में दशहरा में आने वाले सभी देवी-देवताओं को निमंत्रण भेजे गए हैं और जो देवता दशहरा उत्सव में भाग नहीं लेते हैं. उन्हें भी निमंत्रण पत्र भेजे जा रहे हैं, ताकि देवी देवताओं के अगले आदेश के बारे में जानकारी मिल सके.
महेश्वर सिंह का कहना है कि प्रशासन को यह स्पष्ट करना चाहिए था कि वह माइक के माध्यम से जनता से आग्रह करते कि वे कोरोना के नियमों का पालन करें और सामाजिक दूरी का ध्यान रखें. जबकि ढालपुर मैदान से ही कई बारातें गुजरी जिनमें सैकड़ों लोग शामिल थे. ऐसे में दोहरा मापदंड अपनाना प्रशासन का यह रवैया बिल्कुल भी सही नहीं है.
गौर रहे कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं के ना बुलाए जाने पर उन्होंने भी काफी नाराजगी जाहिर की थी और जगती बुलाने के आदेश दिए थे. अब देवी देवताओं के आदेश पर ही अगली कार्रवाई संभव हो पाएगी.