किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में मंगलवार रात से हो रही भारी बर्फबारी के चलते समूचा जिला ठंड की चपेट में आ चुका है. जिला में भारी बर्फबारी के बीच इंसान तो अपने आशियानों में अपना बचाव कर रहे हैं, लेकिन बेसहारा पशुओं को ठंड में ठिठुरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
न खाने को चारा और न पीने को पानी, भारी बर्फबारी के बीच ठंड में ठिठुरने को मजबूर बेसहारा
जनजातीय जिला किन्नौर में जारी बर्फबारी के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिला में भारी बर्फबारी के बीच इंसान तो अपने आशियानों में अपना बचाव कर रहे हैं, लेकिन बेसहारा पशुओं को न तो खाने के लिए कुछ है और न रहने के लिए.
ऐसे में जिला मुख्यालय रिकांगपिओ बाजार में बर्फबारी के बीच बेसहारा पशु भूखे घूम रहे हैं. पशुओं के लिए न तो पीने के लिए पानी नसीब है और न ही खाने को चारा है. इसके चलते रिकांगपिओ में घूम रहे बेसहारा पशु दुकानों के समीप पड़े गत्ते के पेटियां खाने में मजबूर हो चुके हैं, जिससे ये पशु बीमार भी हो सकते हैं.
भारी बर्फबारी में इन बेसहारा पशुओं का बसेरा नहीं होने से ठंड में बीमार होने का खतरा बढ़ गया है. जिससे पशुओं की मृत्यु भी हो सकती है. बेसहारा पशुओं को रहने के लिए कोई पशुशाला भी नहीं है. रिकांगपिओ में प्रदेश सरकार द्वारा पशुशाला बनाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं और ऐसे में अब इन पशुओं को ठंड में भूखे व ठिठुरना पड़ रहा है.