ज्वालामुखी: विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में आज से मां ज्वालामुखी की विशेष पूजा अर्चना और कन्या पूजन के साथ श्रावण अष्टमी नवरात्रों का आगाज हो गया है. कोरोना वायरस के चलते पिछले चार महीनों से मंदिर के कपाट बंद है. ऐसे में स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला ने साधारण तरीके से मंदिर परिसर में श्रावण अष्टमी नवरात्रों की शुरूआत की.
बता दें कि मंदिर में कोरोना वायरस के चलते पूरे विधि-विधान के साथ रोजना माता की पूजा अर्चना की जा रही है. धार्मिक पूजा आराधना को भी पारंपरिक तरीके से सूक्ष्म रूप से सोशल डिस्टेंस का पूरा ख्याल रखते हुए किया जा रहा है. मंगलवार को ज्वालामुखी मंदिर में कन्या पूजन के साथ श्रावण अष्टमी नवरात्रों की शुरुआत की गई.
इस मौके पर स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला ने समस्त देशवासियों को श्रावण अष्टमी नवरात्रों की शुभकामनाएं दी. धवाला ने माता ज्वालामुखी से कोरोना के खात्मे और सद्भावना की कामना की.
कब-कब होते हैं बड़े आयोजन
प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी में दो गुप्त नवरात्रों का आयोजन क्रमशः फरबरी और जून में किया जाता है. जबकि चैत्र नवरात्रों का आयोजन मार्च अप्रैल और अश्विन नवरात्रों का आयोजन सिंतबर अक्टूबर में किया जाता है. वहीं, श्रावण अष्टमी मेलों का आयोजन साल में एक बार जुलाई, अगस्त में किया जाता है. जून महीने में मनाए जाने वाले गुप्त नवरात्रे ज्वालामुखी शक्तिपीठ में सबसे बड़ा उत्सव होता है, क्योंकि इन नवरात्रों की अष्टमी के अवसर पर माता ज्वालामुखी का प्रकटोत्सव प्रमुख तौर से मनाया जाता है.