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दुखद! वीरभद्र सरकार में मंत्री रहे और सुजान सिंह पठानिया का निधन, कांग्रेसी दिग्गजों ने जताया दुख

पूर्व मंत्री और कांगड़ा के फतेहपुर से कांग्रेस के विधायक सुजान सिंह पठानिया का निधन हो गया है. 78 वर्ष की उम्र में शुक्रवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली. ऊना के हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री ने उनके निधन पर शोक जताया है. उन्होंने फेसबुक पोस्ट कर लिखा है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है.

minister sujan singh pathania died, मंत्री सुजान सिंह पठानिया का निधन
सुजान सिंह पठानिया का निधन

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Published : Feb 12, 2021, 10:16 AM IST

Updated : Feb 12, 2021, 7:07 PM IST

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांगड़ा के फतेहपुर से कांग्रेस के विधायक सुजान सिंह पठानिया का निधन हो गया है. 78 वर्ष की उम्र में शुक्रवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. कांग्रेस के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है. सुजान सिंह पठानिया पिछले कई सालों से विभिन्न बीमारियों से ग्रसित थे और लंबे समय से उनका चंडीगढ़ व लुधियाना में इलाज चल रहा था.

सुजान सिंह का जन्म 22 सितंबर 1943 को लाहौर (पाकिस्तान) में हुआ था. वह स्नातक थे और एनएएफआरसी (देहरादून) से वानिकी में प्रशिक्षित थे. सुजान सिंह पठानिया 1977 और फिर 1990, 1993, 2003 और नवंबर 2009 में (उपचुनाव) ज्वाली निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे. पठानिया ने अपनी जिंदगी में 11 बार विधानसभा चुनाव लड़ा और इसमें सात बार जीते, जबकि 4 बार उनकी हार हुई थी.

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कांग्रेस नेताओं ने जताया शोक

नेता विपक्ष और ऊना के हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री ने उनके निधन पर शोक जताया है. उन्होंने फेसबुक पोस्ट कर लिखा है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है.

बता दें कि सुजान सिंह पठानिया वीरभद्र सिंह के करीबी थे. वीरभद्र सरकार में वह दो बार प्रदेश के मंत्री रहे हैं. 2019 के पूर्व कांग्रेस सरकार में वह ऊर्जा मंत्री थे. प्रदेश में उन्हें हैंडपंपों वाला मंत्री के नाम से भी जाना जाता है.

CM समेत बीजेपी नेताओं ने जताया शोक

पूर्व मंत्री और 7 बार विधायक रह चुके सुजान सिंह पठानिया कुछ समय से बीमार चल रहे थे. बीमारी के चलते 78 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. सुजान सिंह पठानिया के निधन पर सीएम जयराम समेत बिजेपी के कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.

पहला चुनाव जनता पार्टी की टिकट से जीता

सुजान सिंह पठानिया ने पहला चुनाव 1977 में कांग्रेस के विक्रम सिंह के खिलाफ जनता पार्टी की टिकट से जीता था. 1982 के चुनाव में सुजान सिंह पठानिया कांग्रेस में शामिल हुए. इस चुनाव में भाजपा के राजन सुशांत ने सुजान सिंह पठानिया को 528 वोटों से हराया. 1985 के चुनाव में एक बार फिर राजन सुशांत (14040) ने सुजान सिंह पठानिया (13684) को 356 मतों के अंतर से पटखनी दी.

1990 के चुनाव में सुजान सिंह पठानिया (19508) ने राजन सुशांत (17787) को 1721 वोटों से हराया. 1993 में सुजान सिंह पठानिया (19409) ने राजन सुशांत (17773) को 1636 मतों से हराया. 1998 में राजन सुशांत (24041) ने सुजान सिंह पठानिया (17014) को 7027 मतों से हराया.इसके अलावा 2003 में सुजान सिंह पठानिया (27147) ने राजन सुशांत (21314)को 5833, 2007 में राजन सुशांत (26729) ने सुजान सिंह पठानिया (21548) को 5181 मतों से हराया.

2009 में उपचुनाव में कांग्रेस के सुजान सिंह पठानिया (25168) ने बलदेव चौधरी (19919) को 5249, 2012 में सुजान सिंह पठानिया (18662) ने बलदेव ठाकुर (11445) को 7217, जबकि अब सुजान सिहं पठानिया ने (18962 ) कृपाल परमार (17678) को 1284 वोटों से हराकर जीत की हैट्रिक लगाई है.

2012 में विधायक चुने गए

सुजन सिंह, 1982-83 के राज्य वन निगम के उपाध्यक्ष, राज्य आवास बोर्ड, 1984-85, कृषि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), 1995-98 और परिवहन मंत्री, अगस्त 2007 से दिसंबर 2007, और नवंबर 2009 से दिसंबर 2012 तक सदस्य, अनुमान और लोक प्रशासन समितियां. 2012 में हुए चुनाव में उन्हें विधायक चुना गया.

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Last Updated : Feb 12, 2021, 7:07 PM IST

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