सुजानपुर:प्रदेश में नई पंचायतों के गठन की अधिसूचना जारी होने के बाद पंचायत स्तर पर लोग अपनी पंचायत के टूटने व नई पंचायत में शामिल करने का विरोध जता रहे हैं. वहीं, प्रदेश के दोनों प्रमुख दल कांग्रेस व भाजपा के नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है.
कांग्रेस पार्टी जहां सरकार पर पिक एंड चूज की नीति अपनाने की बात कह रही है. वहीं, बीजेपी नई पंचायतों के गठन में पूरी पारदर्शिता अपनाने का दावा कर रही है. हमीरपुर डीएम के कार्यालय में विभिन्न पंचायतों से आए प्रतिनिधिमंडल उनके गांवों को नई पंचायत में शामिल करने को लेकर आये दिन विरोध जता रहे हैं.
एक ताजा मामले में कनकरी पंचायत में शामिल होने का विरोध करने पहुंचे ग्रामीण सुरेश ने कहा कि उनके गांव को पंचायत टिक्कर में रहने दिया जाए. नई पंचायत उनके गांव से काफी दूर है.
भोरंज के सधिरयाणा पंचायत के अनिल शर्मा व अन्य लोगों ने भी नई पंचायत रौंही में शामिल होने से इंकार किया. ग्रामीणों ने समस्या हल न होने पर पंचायत चुनाव के बहिष्कार करने की चेतावनी तक दे डाली.
वहीं, हमीरपुर मंडी उपज समिति के चेयरमैन अजय शर्मा ने कहा कि नई पंचायतों की मांग काफी लंबे समय से चली आ रही थी, जिसे काफी कम समय में पूरा किया गया है. सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ पंचायतों का गठन किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री व पंचायती राज मंत्री को नई पंचायतों को रिकार्ड समय में गठित करने के लिए बधाई भी दी.
वहीं, कांग्रेस ने सरकार पर पिक एंड चूज की नीति के तहत नई पंचायतों के चयन का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि सरकार ने राजनैतिक लाभ लेने के लिए नई पंचायतों गठन किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पिक एंड चूज की नीति के तहत केवल उन्हीं पंचायतों का गठन किया, जहां उन्हें फायदा दिखा. प्रेम कौशल ने आशंका जताई कि आने वाले पंचायत चुनाव के लिए जारी होने वाले रोस्टर में भी बीजेपी सरकार छेड़खानी करेगी.
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