चम्बा: हिमाचल प्रदेश सरकार बेहतर सड़क सुविधाओं की बात करती है लेकिन आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी चंबा जिला के कई गांव ऐसे हैं जहां अभी तक सड़क नहीं पहुंची है. लोगों को आज भी सड़क सुविधा के लिए 10 किलोमीटर पैदल सफर तय करना पड़ता है. उसके बाद ही सड़क तक पहुंचते हैं.
दो दर्जन गांव सड़क सुविधा से वंचित
चम्बा जिला के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत भावला के कई गांव आज भी सड़क सुविधा से महरूम है. इस पंचायत के दो दर्जन के करीब ऐसे गांव हैं, जहां सड़क नहीं है. जब इन इलाकों में कोई बीमार हो जाता है तो उसे पालकी के सहारे सड़क तक पहुंचाने के लिए मुश्किल पेश आती है. इतना ही नहीं गर्भवती महिलाओं को भी प्रसव करवाने के लिए पहाड़ी से सड़क तक पहुंचाने के लिए 10 किलोमीटर सफर तय करना पड़ता है.
इन गांवों में नहीं है सड़क
भावला पंचायत के अंतर्गत आने वाले नेल्ला, देहरा, टिपनागि, बोहलीं, चहेरा, ढांड, खड़ियारू, सरौली, भावला, सोह, नंदोह, खनि, भालुई, भटक आदी गांव में आजादी के साथ दशकों के बाद भी सड़क सुविधा नहीं है. जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायत में सड़क सुविधा नहीं होने के चलते हमें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए 10 से 12 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. जिसके चलते परेशानी बढ़ जाती है. जब कोई हमारे इलाके में बीमार होता है तो उसे पालकी के सहारे सड़क तक पहुंचाना पड़ता है. इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारे गांव में सड़क सुविधा उपलब्ध करवाई जाए.
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