ऊनाःदेश में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसे लेकर देश भर में 3 मई तक लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन से इंसानों के साथ-साथ बेजुबान पशुओं और जानवरो को भी खाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ऐसे में लोग जहां जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. वहीं, कुछ लोग बेजुबानों और बेसाहारा पशुओं का भी खयाल रख कर इंसानियत की मिसाल पेश कर रहे हैं. जिला ऊना में युवाओं समाजसेवियों की टीम बंदरों और अन्य बेसहारा पशुओं के खाने का प्रबंध कर रही है.
टीम अपनी जेब से पैसे खर्च कर सुबह सब्ज़ी मंडी से फल, ब्रेड व सब्याजियां खरीदकर और साथ ही में घर से तैयार रोटियां लेकर बंदरों और आवारा पशुओं की पेट की आग को बुझा रहे हैं. युवाओं की टीम लॉकडाउन में खुद के बलबूते पर सेवा में जुटी हुई है.