ऊना:वन संपदाओं को आगजनी से बचाने के प्रयास में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जांबाज वनरक्षक राजेश कुमार शर्मा का बुधवार को उनके पैतृक गांव बदोली में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके (Forest Guard Rajesh Kumar funeral) पर वन मंत्री राकेश पठानिया विशेष रूप से अपने विभाग के बहादुर सिपाही को अंतिम विदाई देने के लिए उनके घर पहुंचे.
UNA: राजकीय सम्मान के साथ हुआ वनरक्षक राजेश कुमार का अंतिम संस्कार, बेटे को मिलेगी सरकारी नौकरी
जिला ऊना के बंगाणा उपमंडल के तहत सैली में जंगल में लगी आग बुझाने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले वन रक्षक राजेश कुमार का उनके पैतृक गांव बदोली में आज अंतिम संस्कार (Forest Guard Rajesh Kumar funeral) पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. उनकी अंतिम यात्रा में वन मंत्री राकेश पठानिया भी पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया.
शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि राजेश कुमार ने कर्तव्य परायणता का परिचय देते हुए अपने फर्ज के लिए कुर्बानी दी है और प्रदेश सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देगी. यह मामला कैबिनेट में ले जाया जाएगा और सरकार शहीद के परिवार से एक सदस्य को नौकरी भी प्रदान करेगी. साथ ही पत्नी को नियमानुसार पेंशन भी प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि वन रक्षक राजेश कुमार के परिवार को प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ऊना हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है.
इस दौरान डीसी राघव शर्मा, एसपी अर्जित सेन ठाकुर और वन मंडल अधिकारी मृत्युंजय माधव समेत तमाम विभागीय प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी भी राजेश कुमार की अंतिम यात्रा में शामिल हुए और उन्हें श्रद्धा सुमन (Forest Guard Rajesh Kumar funeral) अर्पित किए. राजेश कुमार शर्मा की अंतिम यात्रा में वन विभाग के सैकड़ों कर्मचारी भी शामिल हुए. इस दौरान राजेश कुमार अमर रहे और जब तक सूरज चांद रहेगा राजेश कुमार का नाम रहेगा किनारों से समूचा क्षेत्र गुंजायमान रहा.