शिमलाः विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के महामंत्री देशराज शर्मा ने शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विश्व का सबसे बड़ा संवाद हुआ. इसमें लगभग 6.50 लाख सुझाव आए जिसमें अभिभावकों, विद्यार्थियों और शिक्षाविदों के 6 हजार 676 जिला समितियों से सुझाव आए. इन सब का संकलन ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 है. उन्होंने कहा कि साल 2047 तक सुपर पावर भारत का नेतृत्व करने के लिए नई शिक्षा नीति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. देशराज शर्मा ने विद्या भारती की ओर से जनसंवाद के आधार पर बनी इस शिक्षा नीति का क्रियान्वयन करने के भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार के निर्णय का विद्या भारती ने स्वागत किया है.
विद्या भारती के महामंत्री देशराज शर्मा ने कहा कि साल 1968 और साल 1986 की शिक्षा नीति भी बहुत अच्छी थी, लेकिन जनभागीदारी न होने की वजह से शिक्षा नीति ठीक प्रकार से लागू नहीं हो सकी. उन्होंने कहा कि समीक्षा से यह पता चलता है कि हितधारकों को योजना का हिस्सा बना न बना पाने के कारण उसका क्रियान्वयन सही तरह से नहीं हो सका. इस वजह से हमारे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होने के साथ बहुत बड़ी गिरावट भी आई.