शिमला:राजधानी शिमला में प्रदेश के सबसे बड़े एकमात्र महिला अस्पतला (State largest women hospital) कमला नेहरू में बीते डेढ़ माह से (Kamala Nehru Hospital) एमएस का पद ही रिक्त चल रहा है. यहां की पूर्व एमएस डाॅ. अंबिका चाैहान के (Dr. ambika chauhan) डिप्टी डाॅयरेक्टर बनने के बाद यह पद खाली चल रहा है. हालांकि सरकार के ध्यान में यह मामला लाया जा चुका है. एक बार यहां पर नियुक्ति के लिए आदेश भी किए गए, लेकिन यहां पर एमएस ने ज्वाइन (Women hospital Shimla) ही नहीं किया.
अब दाेबारा यहां पर स्थाई एमएस की नियुक्ति के (Appointment of MS in KNH) आदेश नहीं किए गए हैं. यहां पर स्थाई एमएस की नियुक्ति कब हाेगी, इस बारे में अभी तक काेई निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में बिना एमएस के न ताे मरीजाें के हिताें के निर्णय लिए जा रहे हैं और न ही काेई अन्य कार्य हाे पा रहे हैं. वहीं, अस्पतालाें में सरकार ने करीब 10 लाख तक रुपये तक के टेंडर करने की पावर एमएस काे ही दी है. ऐसे में यदि मरीजाें की सुविधा के लिए काेई सामान की खरीद की जानी है, ताे उसके लिए एमएस अपने स्तर पर टेंडर अलाॅट (Tender allot) कर सकते हैं.
इसके लिए अस्पताल में दवाएं, इंजेक्शन, बेड और मरीजाें काे (Medicines in hospital) दी जाने वाली सभी तरह की सुविधाएं भी एमएस ही देखते हैं. अस्पताल से संबंधित सरकार के समक्ष काेई भी बैठक में एमएस ही भाग लेते हैं और अस्पताल की समस्याओं (problems in shimla hospitals) काे सरकार के पास उठाते हैं. जबकि अब बिना एमएस के यह सभी कार्य रूके हुए हैं. वहीं, एमएस की स्थाई नियुक्ति के बाद ही यह सभी कार्य किए जा सकेंगे.