शिमला: हिमाचल सरकार ने प्रदेश के हर घर नल का 93.05 प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया है. प्रदेश सरकार को 15 अगस्त तक शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करना है. जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार समय से काफी पहले लक्ष्य पूरा कर लेगी. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत हिमाचल प्रदेश के चार जिलों ऊना, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति के हर परिवार को क्रियाशील नल कनेक्शन प्रदान करने का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के साथ ही राज्य में अब तक 93.05 प्रतिशत परिवारों को इस मिशन के तहत क्रियाशील घरेलू कनेक्शन (एफएचटीसी) प्रदान किए जा चुके हैं.
चार जिलों में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल:क्रियाशील नल कनेक्शन प्रदान करने का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाले राज्य के चार जिलों में लाहौल स्पीति, ऊना, किन्नौर और चंबा शामिल हैं. प्रदेश के 24 खंडों, 2331 ग्राम पंचायतों और 14,661 गांवों को जल जीवन मिशन के तहत अब तक पूरी तरह से कवर किया जा चुका है. राज्य में पिछले अढ़ाई वर्षो के दौरान 8.44 लाख घरों को नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं जबकि पिछले 72 वर्षों के दौरान केवल 7.63 लाख घरों में ही नल कनेक्शन प्रदान किए गए थे.
4418.37 करोड़ रुपये की राशि आवंटित: मिशन के अन्तर्गत भारत (Himachal under Jal Jeevan Mission) सरकार की ओर से राज्य को अब तक 1,028.43 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि सहित कुल 4418.37 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
किन्नौर में 22763 घरों को जलापूर्ति: जनजातीय जिला किन्नौर में 22763 घरों वाली 411 बस्तियों को जलापूर्ति की गई है. जिला में जेजेएम के तहत 219 योजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई थी, जिसमें से 155 योजनाएं पूरी हो चुकी हैं और 183 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की 55 योजनाओं का कार्य प्रगति पर है.
लाहौल स्पीति जिले में 7284 घरों में जलापूर्ति: लाहौल स्पीति जिला में 7284 घरों वाली 364 बस्तियों को जलापूर्ति की गई है. जिले में जेजेएम के तहत 7 योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है. जिला में जेजेएम के तहत निष्पादित किए जा रहे कार्यों की कुल अनुमानित लागत 122 करोड़ रुपये है.