शिमलाः कोरोना वायरस के कारण प्रदेश में परिवहन सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. निजी बसें और टैक्सी भी पूरी तरह से बंद हैं, लेकिन लॉकडाउन 3.0 के शुरू होने पर प्रदेश के कुछ जिलों में टैक्सी सेवाओं को भी बहाल कर दिया गया है. शुक्रवार को ज्वाइंट टैक्सी यूनियन वेलफेयर कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के परिवहन निदेशक और आरटीओ शिमला से मुलाकत कर टैक्सी सेवा बहाल किए जाने की अनुमति मांगी.
टैक्सी यूनियन के उपाध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने शिमला एमसी क्षेत्र में टैक्सियों को चलाने के लिए पास की अनिवार्यता समाप्त की जाने की मांग की. जिससे कि अगर टैक्सी चालकों को कुछ किलोमीटर के दायरे में अपनी टैक्सी चलाने पर पास बनवाने के लिए इंतजार न करना पड़े. उन्होंने निदेशक परिवहन को यह भी आश्वासन दिया है कि अगर उन्हें अपनी गाड़ियां प्रदेश से बाहर लेकर जानी है तो उसके लिए वे पास बनाने की नियम को पूरा करेंगे.
कोविड-19 के समय में टैक्सियों को चलाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही अन्य जो नियम बनाए गए हैं, उनका भी पालन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वे यूनियन की गाड़ियों में सेनिटाइजेशन की प्रक्रिया को नियमों के अनुसार पूरा करेंगे.