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Himachal CID ने किया बद्दी की कंपनी पर केस दर्ज, मालिक और मैनेजर गिरफ्तार

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Published : Dec 3, 2021, 9:55 PM IST

Updated : Dec 3, 2021, 10:04 PM IST

सीआईडी ने बद्दी की एक कंपनी के खिलाफ मामला (Himachal CID registered a case)दर्ज किया है. जानकारी के अनुसार कार्यालय राज्य औषधि नियंत्रक के अधिकारियों से शिकायत प्राप्त होने पर राज्य सीआईडी ​​ने मेसर्स जेनेट फार्मास्युटिकल्स (मुख्यालय: जीरकपुर) के खिलाफ मामला(Case on M/s Genet Pharmaceuticals) दर्ज किया. वहीं, कंपनी के मालिक दिनेश बंसल (38) जो पंजाब के बरनाला जिले के रहने वाला है. उसके साथ (CID arrested the company owner)मैनेजर सोनू सैनी (32) निवासी पानीपत को राज्य सीआईडी ​​ने 3 दिसंबर यानी आज गिरफ्तार किया.

Himachal CID in baddi
सीआईडी ने बद्दी की एक कंपनी पर किया मामला दर्ज

शिमला:प्रदेश सीआईडी ने बद्दी की एक कंपनी के खिलाफ मामला (Himachal CID registered a case)दर्ज किया है. जानकारी के अनुसार कार्यालय राज्य औषधि नियंत्रक के अधिकारियों से शिकायत प्राप्त होने पर राज्य सीआईडी ​​ने मेसर्स जेनेट फार्मास्युटिकल्स (मुख्यालय: जीरकपुर) के खिलाफ मामला(Case on M/s Genet Pharmaceuticals) दर्ज किया, जो बद्दी में स्थित एक थोक दवा लाइसेंस रखने वाली ट्रेडिंग कंपनी है.

इससे पहले स्टेट ड्रग कंट्रोलर नवनीत मारवाह और उनके अधिकारियों की टीम ने लेन-देन का ऑडिट किया और फर्म की संदिग्ध बिक्री पाई. राज्य पुलिस से मामले की गहनता से जांच करने का अनुरोध किया. कंपनी के मालिक दिनेश बंसल (38) जो पंजाब के बरनाला जिले के रहने वाला है. उसके साथ (CID arrested the company owner)मैनेजर सोनू सैनी (32) निवासी पानीपत को राज्य सीआईडी ​​ने 3 दिसंबर यानी आज गिरफ्तार किया.



पूछताछ के दौरान पता चला कि उसने एनडीपीएस दवाओं को बेचने के नकली बिक्री बिल तैयार किए गए, जिनमें नाइट्राजेपाम, कोडीन और एटिजोलम शामिल थे, जिसमें मंडी स्थित थोक दवा डीलर के टैबलेट थे. प्रारंभिक जांच से इस बात की पुष्टि हुई कि मंडी स्थित ड्रग डीलर को ऐसी दवाएं कभी नहीं मिली. इसके अलावा यह पता चला है कि उसने अपनी निजी कार का इस्तेमाल एनडीपीएस दवाओं को राजस्थान, पंजाब आदि में ले जाने के लिए किया था.

यह भी एनडीपीएस अधिनियम के नियमों का उल्लंघन है. जांच के दौरान पता चला है कि पंजाब में पहले ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 2018-19 के उल्लंघन के लिए थोक दवा लाइसेंस रद्द कर दिया गया था. मोहाली जिले के जीरकपुर में उनके कार्यालय और गोदाम और बद्दी में गोदाम पर छापा मारा गया (Himachal CID raided in Baddi)और निरीक्षण अभी भी जारी है.

2019 में बद्दी में अपना थोक दवा व्यवसाय शुरू किया था. वह पंजाब के बरनाला में एक फार्मा फैक्ट्री भी चला रहे. सीआईडी ने जांच में यह पाया कि दो वर्षों के भीतर एनडीपीएस अनुसूचित दवाओं सहित 100 करोड़ रुपए से अधिक की दवाओं का लेन-देन किया गया. यह पाया गया है कि फर्म से कई खेप राजस्थान और देश के अन्य हिस्सों में भेजी गई. सीनियर एसपी राज्य नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल यूनिट के प्रमुख एवं आईजी क्राइम की ओवरऑल निगरानी में विशेष टीमों का गठन किया गया. डीजीपी संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu confirmed)ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.

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Last Updated : Dec 3, 2021, 10:04 PM IST

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