शिमला: प्रतिबंध मार्ग पर वकीलों के वाहनों के रोके जाने के खिलाफ वकीलों ने प्रदेश हाई कोर्ट परिसर में जमकर नारेबाजी की. हाई कोर्ट के निर्देश के अनुसार वकीलों की गाड़ियां रोकने से शिमला के वकील खासे गुस्से में हैं और मामले को लेकर पिछले चार दिनों से काम काज छोड़ कर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
वकीलों का गुस्सा गुरुवार को हिमाचल हाई कोर्ट के परिसर में देखने को मिला जहां शिमला बार एसोसिएशन के वकीलों ने प्रतिबंधित मार्गों पर उनकी गाड़ियां रोकने वाले जज के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया. हिमाचल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि वकीलों ने हाई कोर्ट परिसर में ही नारेबाजी कर अपना विरोध जताया हो.
वकीलों के प्रदर्शन के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने बातचीत का न्यौता दिया. दो घंटे से अधिक समय तक चली बातचीत के बाद जिला शिमला वार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव सरकैक ने बताया कि मुख्य न्यायाधीश से सकारात्मक बातचीत हुई है, जिसमें वकीलों की मांगों को एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का आश्वासन दिया गया है.