शिमला: सौर पम्पों से सिंचाई के लिए व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर मशीनरी लगाने के लिए छोटे किसानों को 85 प्रतिशत की सहायता और मध्यम व बड़े वर्ग के किसानों को 80 प्रतिशत की सहायता (installing solar pumps in himachal) का प्रावधान है. कृषि विभाग के प्रवक्ता के अनुसार प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा एवं उत्थान महाभियान (पी.एम. कुसुम) योजना कार्यान्वित की जा रही है. इस योजना के अन्तर्गत यह किसानों को सिंचाई के लिए सहायता प्रदान करने का प्रस्ताव है.
उन्होंने कहा कि मंत्रालय के संज्ञान में यह आया है कि कुछ फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन प्रधानमंत्री कुसुम योजना के नाम पर किसानों से सोलर पंप लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन (Fraud in the name of PM Kusum Yojana) पत्र भरने और पंजीकरण शुल्क और पम्प की कीमत का ऑनलाइन भुगतान करने को कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से निराधार है और आवेदकों तथा जन-साधारण से ऐसी फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन पर क्लिक न करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि यह फर्जी वेबसाइट जन-साधारण से धोखाधड़ी (fraud through fake website in himachal) कर उनके पैसे व आवश्यक जानकारी जुटा रहे हैं.
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हिमाचल में किसानों को सौगात! सिंचाई के लिए सौर पंप लगाने पर मिलेगी 80 से 85 प्रतिशत सब्सिडी
हिमाचल में सौर पम्पों (solar pumps in himachal) से सिंचाई के लिए व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर मशीनरी लगाने के लिए छोटे किसान 85 फीसदी और मध्यम व बड़े वर्ग के किसान 80 फीसदी सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं. कृषि विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन प्रधानमंत्री-कुसुम योजना के नाम पर किसानों से सोलर पंप लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने और पंजीकरण शुल्क और पम्प की कीमत का ऑनलाइन भुगतान करने को कह रहे हैं. ऐसे में प्रदेश के किसान झांसे में न आएं.
प्रधानमंत्री कुसुम योजना (Pradhan Mantri Kusum Yojana in Himachal) सरकार द्वारा केवल प्रदेश के नामित सरकारी विभाग के माध्यम से ही कार्यान्वित की जा रही है और लाभार्थी किसान (farmers in himachal) को मनोनीत सरकारी विभाग को ही अपना हिस्सा जमा करवाना होता है. उन्होंने कहा कि नामित विभागों के बारे में और अन्य आवश्यक जानकारी जैसे कि भागीदारी के लिए पात्रता व कार्यान्वयन प्रक्रिया इत्यादि के बारे में अधिकारिक जानकारी एम.एन.आर.ई. की वेबसाइट पर उपलब्ध है. इसके अतिरिक्त टोल फ्री नम्बर पर सम्पर्क करके भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है. उन्होंने कहा कि किसान अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर भी इस योजना से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.