पांवटा साहिबः रोशनी का त्योहार दिवाली को लेकर बाजार सज चुके हैं. उपमंडल पांवटा साहिब के बाजार में लोग खरीदारी के पहुंच रहे हैं. कोरोना वायरस के चलते इस बार सावधानियां बरतते हुए त्योहार की तैयारियां की जा रही हैं. वहीं, इस बार बाजार में वोकल फॉर लोकल पर लोगों का फोकस दिख रहा है.
बाजार में इस बार की दिवाली पर स्वदेशी दीयों और अन्य साजो-सामान की डिमांड है और लोगों चीन में बने सामान से दूरी बना रहे हैं. व्यापारियों की मानें तो इस बार लोग चीनी सामान के बजाये पारंपरिक और देश में बने सामान पर विश्वास जताने लगे हैं. चाइनीस लाइट्स भले ही बाजार में हों, लेकिन इनकी बिक्री में भारी गिरावट देखी जा रही है.
मिट्टी के दीयों की हो रही जमकर खरीदारी
पांवटा साहिब के हर चौक-चौराहे व बाजार में इस बार मिट्टी के दिए नजर आ रहे हैं जिनकी जमकर लोग खरीदारी भी कर रहे हैं. मिट्टी के दीये बनाने वालों कुम्हारों ने भी अलग-अगल रंगों से दियों को सजाया हुआ है, जो ग्राहकों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. इस बार के कारोबार से कुम्हार खुश हैं और उन्होंने अच्छे कारोबार की उम्मीद जताई है.
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि दिवाली का असली मतलब ही दीपों का त्योहार होता है. यह परंपरा कहीं न कहीं खो रही थी, लेकिन इस साल स्वदेशी दिवाली को ध्यान में रखते हुए मिट्टी के दीपकों के साथ दिवाली मनाई जाएगी. इसके साथ ही बुजुर्गों की सेहत को ध्यान में रखते हुए लोगों को कम पटाखे चलाने के लिए कहा जा रहा है.