करसोग:उपमंडल करसोग में चारकुफरी के समीप आग भड़कने से पूरा जंगल तेज लपटों की चपेट में आ गया. करसोग में दो महीने से चल रहे सूखे के कारण आग कुछ समय में तेजी से पूरे जंगल में फैल गई. आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है.
वन विभाग ने आग लगने की वजह पता करने के लिए छानबीन शुरू कर दी है. यही नहीं वन विभाग ने जंगल को नुकसान पहुंचाने के जुर्म में पुलिस में केस दर्ज करने के भी आदेश जारी कर दिए हैं. जानकारी के अनुसार ये आग बुधवार को दोपहर बाद भड़की और पूरा जंगल धूं धूं कर जलने लगा.
आग लगने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग और अग्निशमन की टीम मौके पर पहुंची. स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया, लेकिन सूखे की वजह से आग पर काबू पाने में काफी दिक्कतें पेश आई. ऐसे में पूरी रात जंगल को बचाने का प्रयास चलता रहा.
अग्निशमन विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार सुबह करीब 16 घंटे बाद आग पर काबू पाया, लेकिन इतने समय मे जंगल में उगे चील सहित अन्य प्रजातियों के छोटे पौधों को काफी नुकसान पहुंच चुका था, यही नहीं आग की तेज लपटों की वजह से जंगल में बड़े पौधों की पत्तियां भी पीली पड़ गई है. हालांकि, वन विभाग इसे ग्राउंड फायर बता रहा है. ऐसे में विभाग पौधों को नुकसान होने की बात को स्वीकार नहीं कर रहा है.
चारकुफरी के समीप जंगल में लगी आग से न केवल पौधों को नुकसान हुआ है बल्कि जंगली जीव जंतुओं सहित जड़ी बूटियां भी जलकर नष्ट हो गई है. आग लगने के कारण बेजुबान जंगली जानवरों को भी जंगल छोड़कर अपनी जान बचानी पड़ी. वहीं, वन मंडल करसोग के रेंज ऑफिसर गोपाल चौहान का कहना है कि जंगल में आग लगने के कारणों की छानबीन की जा रही है. उन्होंने कहा कि आगजनी की घटना को लेकर पुलिस में भी मामला दर्ज किया जा रहा है.
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