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हिमाचल में पैराग्लाइडिंग करना होगा महंगा, अब खर्च करने होंगे इतने रुपये

पैराग्लाइडिंग के शौक रखने वालों को हिमाचल में पैराग्लाइडिंग (Paragliding in Himachal) करने पर पहले से अधिक पैसे खर्च करने होंगे. दरअसल पैराग्लाइडिंग सिंगल फ्लाइट के लिये अब 3200 रुपये की जगह 3500 रुपये (Paragliding rates hiked in Himachal) अदा करने होंगे. पैराग्लाइडिंग के साथ अन्य साहसिक गतिविधियों को लेकर मंगलवार को कुल्लू डीसी आशुतोष गर्ग ने बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग के रूट पूर्व निर्धारित हैं और इनमें किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने पर रूट को बंद भी किया जा सकता है.

Paragliding in kullu
हिमाचल में पैराग्लाइडिंग की कीमतों में बढ़ोतरी.

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Published : Jun 28, 2022, 5:52 PM IST

Updated : Jun 28, 2022, 6:16 PM IST

कुल्लू: जिला के सभी भागों में पैराग्लाइडिंग सिंगल फ्लाइट के लिये अब 3200 रुपये की जगह 3500 रुपये अदा (Paragliding rates hiked in Himachal) करने होंगे. यह फैसला एयरो स्पोर्ट्स एवं रिवर राफ्टिंग नियमन समिति की बैठक में लिया गया. बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने की. मौजूदा 3200 रुपये की दरें वर्ष 2016 में तय की गई थी और अब केवल 10 फीसदी से भी कम वृद्धि करके 300 रुपये बढ़ाने की संस्तुति की गई है. इसी प्रकार, रिवर राफ्टिंग की दरों में स्ट्रैच की लंबाई को ध्यान में रखते हुए बढ़ोतरी की गई है. यह बढ़ोतरी बैठक में उपस्थित रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (Paragliding Association in Himachal) के पदाधिकारियों की सहमति से की गई है.

सिंगल विंडो प्रणाली को एक सप्ताह में करना होगा लागू:डीसीआशुतोष गर्ग ने कहा कि सैलानियों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता. इसके लिये नियमों के अनुसार ही साहसिक खेल गतिविधियां की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि ओवर चार्जिंग की शिकायतें भी आई हैं. पर्यटकों से किसी प्रकार की धोखा-धड़ी को भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग (Paragliding in Himachal) के सभी स्थलों की अलग-अलग एसोसिएशन का गठन किया जाए और इनके संचालन के लिये सिंगल विंडो प्रणाली को सख्ती के साथ लागू किया जाए.

साहसिक गतिविधियों को लेकर मंगलवार को कुल्लू डीसी आशुतोष गर्ग ने बैठक की.

उन्होंने कहा कि सोलंग वैली की तर्ज पर पंजीकरण एक ही जगह पर हो और वहीं से राफ्ट अलॉट भी हो. इसमें सभी संचालकों को बारी-बारी से मौका मिल सकेगा. एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी इस बात पर अपनी सहमति जताई. उपायुक्त ने कहा कि मुख्य स्थलों पर साइन बोर्ड और होर्डिंग के माध्यम से रिवर राफ्टिंग व पैराग्लाइडिंग के स्थलों तथा दरों का पूर्ण ब्यौरा प्रदर्शित किया जाना चाहिए. डीसी ने इस सारी प्रक्रिया के लिये एक सप्ताह का समय राफ्ट संचालकों व पैराग्लाइडिंग संचालकों को दिया है. उसके बाद समिति इसे लागू करवाने के लिये सख्त कदम उठाएगी.

नियमों के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई: आशुतोष गर्ग ने कहा कि रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग के रूट पूर्व निर्धारित हैं और इनमें किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने पर रूट को बंद भी किया जा सकता है. यह सभी एसोसिएशन की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे लोगों पर नजर रखें जो अवांछित गतिविधियां करते हैं. उन्होंने कहा कि सैलानियों के माध्यम से जिला व प्रदेश का अच्छा संदेश बाहर जाना चाहिए. इससे पर्यटन और भी मजबूत होता है.

स्वच्छता और सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण:इस दौरान डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने इन स्थलों पर शौचालय व चेंजिंग रूम की सुविधा का सृजन करने की बात कही. उन्होंने कहा कि वन विभाग इस सुविधा का सृजन करेगा और इसके लिये पर्यटन विभाग के माध्यम से एसोसिएशन द्वारा आंशिक धनराशि हर महीने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि स्वच्छता और सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि बिना अनुमति के कोई भी व्यक्ति साहसिक गतिविधियों (Adventure Activities in Himachal) को नहीं करवा सकता. कोई ऐसा करता है तो सख्त कारवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि नियमन समिति इन स्थलों के समय समय पर औचक निरीक्षण करेगी. उन्होंने संचालकों से कहा कि सुरक्षा उपकरण हर समय उपलब्ध होना जरूरी है. एक राफ्ट सुरक्षा की दृष्टि से दूसरे के साथ साथ चलाया जाना चाहिए. पैराग्लाइडिंग में संचार प्रणाली मजबूत होनी चाहिए.

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Last Updated : Jun 28, 2022, 6:16 PM IST

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