कुल्लू:हिमाचल प्रदेश में मानसून ने इस साल हाहाकार मचाया हुआ है. प्रदेश में आफत की बरसात ने इस कदर कहर बरपाया कि कई लोगों के सर से आशियाने तो कई लोगों के सर से बड़ों का साया, तो कुछ लोग निःसंतान हो गए. इस आफतकाल में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है. जिसकी भरपाई ताउम्र नहीं हो सकती. मानसून की बारिश में अब तक हिमाचल प्रदेश में 270 मासूम लोग अपनी जान गंवा चूके हैं और 495 लोग गंभीर रूप से घायल हुए है. अब तक प्रदेश में सरकार को 1 लाख 72 हजार 135 रुपये का नुकसान हुआ है.
56 करोड़ का नुकसान-हिमाचल में लगातार हो रही बारिश से जगह- जगह भूस्खलन, बादल फटने, डंगा ढहने, मकान गिरने, सड़क दुर्घटना, बाढ़ आने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. वहीं, बात की जाए जिला कुल्लू की तो मानसून (monsoon in kullu ) से जिले में अब तक भारी बारिश से जान-माल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. लोक निर्माण विभाग को भी दो माह में 56 करोड़ रुपये की चपत लगी (damage due to rain in kullu) है.
33 लोगों की जान- जिला कुल्लू के उपमंडल आनी में सबसे ज्यादा 22 करोड़ का नुकसान हुआ (Death due to monsoon in Kullu) है और उसके बाद बंजार मंडल में 16 करोड़ 34 लाख का नुकसान लोक निर्माण विभाग को उठाना पड़ा है. अभी भी जिला कुल्लू में 32 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है और मानसून में अब तक जिले में 33 लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा हैं.
4 लोग अभी भी लापता- जिला कुल्लू में आफत की बरसात ने 33 लोगों की जान तो ली ही साथ ही 18 लोग गंभीप रूप से घायल भी हुए हैं. जिले में चार लोग अब तक बारिश के कारण लापता है जिनका अभी तक कुछ नहीं चल पाया है. जिले में 6 पशुओं को भी बारिश से नुकसान हुआ है.
इतने घर हुए क्षतिग्रस्त-जिले में अब तक 6 पक्के घर और 15 कच्चे घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए (houses damage due to rain in kullu) हैं. वहीं, 2 पक्के घर और 22 कच्चे घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. जिले में बारिश से 23 निजी दुकानों और कारखानों को नुकसान पहुंचा है. साथ ही 5 लेबर शेड, ब्रिज और हट्स को नुकसान पहुंचा है. वहीं, 5 निजी गाय के शेड को भी नुकसान पहुंचा है.