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ग्राम सुधार सभा कोहटा ने मनाया पर्यावरण दिवस, पेड़-पौधे लगाने का दिया संदेश

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Published : Jun 5, 2020, 7:54 PM IST

धमरोल की ग्राम सुधार सभा कोहटा ने पर्यावरण दिवस के उप्लक्षय में पेड़ लगाकर पूरे समाज को सन्देश दिया की पेड़-पौधों का हमारे जीवन में अधिक महत्व है. पेड़ पौधे हमें शुद्ध हवा प्रदान करते हैं.

Gram Sudhar Sbha  Kohata celebrated Environment Day
ग्राम सुधार सभा कोहटा के सदस्य पौधे लगाते हुए

भोरंज/हमीरपुरः उपमण्डल भोरंज की ग्राम पंचायत धमरोल की ग्राम सुधार सभा कोहटा ने पर्यावरण दिवस के उप्लक्षय में पेड़ लगाकर पूरे समाज को सन्देश दिया की पेड़-पौधों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है. पेड़ पौधे हमें शुद्ध हवा प्रदान करते हैं.

ग्राम सुधार सभा कोहटा के प्रधान इंद्र राम पठानिया ने पर्यावरण दिवस पर जानकारी देते हुए बताया कि पर्यावरण के महत्व को सभी को समझना चाहिए. हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. इसका मकसद है, लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक और सचेत करना. प्रकृति बिना मानव जीवन संभव नहीं. इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि हम यह समझें कि हमारे लिए पेड़ पौधे, जंगल, नदियां, झीलें, जमीन, पहाड़ कितने जरूरी हैं.

ग्राम सुधार सभा कोहटा के सदस्य पौधे लगाते हुए

इस दिवस को मनाने का फैसला 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद लिया गया था. इसके बाद 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया. उन्होंने कहा कि सभी को इस दिन एक-एक पौधा जरूर लगाना चाहिए. उसकी देखभाल भी करनी चाहिए, जिससे कि आने वाले समय में हमें शुद्ध हवा मिल सके. इस दौरान सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखा गया.

मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है. इसलिए एक स्वस्थ एवं सुरक्षित पर्यावरण के बिना मानव समाज की कल्पना अधूरी है. वन अधिकारी अरविंद वर्मा ने बताया कि प्रकृति को बचाने के लिए आज हम सब को मिलकर कुछ संकल्प लेना होगा.

कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण दिवस पर ये 6 संकल्प कर ली ये शपथ -

जिसमें एक पौधा अवश्य लगाएं व उसे बचाएं, पेड़-पौधों के संरक्षण में सहयोग करें, तालाब, नदी, पोखर को प्रदूषित न करें, जल का दुरुपयोग नहीं करें और इस्तेमाल के बाद बंद करें, बिजली का अनावश्यक उपयोग नहीं करें, इस्तेमाल के बाद बल्ब, पंखे या अन्य उपकरणों को बंद रखें, कूड़ा-कचरा को डस्टबीन में फेकें और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें, इससे प्रदूषण नहीं होगा, प्लास्टिक/पॉलिथिन का उपयोग बंद करें, उसके बदले कागज के बने थैले का उपयोग करें, पशु-पक्षियों के प्रति दया भाव रखें, नजदीकी कामों के लिए साइकिल का उपयोग करें.

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