नूरपुर :व्यापारी वर्ग जसूर ने कुछ दिनों पहले कोविड-19 महामारी के चलते सरकार को राशि भेंट की थी. इस राशि को फंड में देने के बाद इस पर सियासत भी शुरू हो गई थी. कुछ लोगों ने यह आरोप लगाया था कि व्यापार मंडल द्वारा यह राशि राजनीतिक दवाब के चलते दान की है.
अब इस पूरे मामले पर व्यापार मंडल ने बयान जारी कर सभी आरोपों को खंडन किया है. प्रमुख व्यापारी विजय सूरी ने बताया कि कुछ लोगों ने जसूर में पठानकोट से आने वाले व्यापारियों ने कोविड-19 के चलते हिमाचल सीएम फंड में सहायता राशि दी, वह किसी के दबाव के चलते नहीं दी गई.
उन्होंने कहा कि हम सबने अपनी इच्छा के अनुसार ही सहायता राशि दी. हमारा देश और प्रदेश कोरोना महामारी से लड़ रहा है. ऐसे में हमने अपनी तरफ से राशि देकर सहयोग किया है. सब लोग सरकारों की मदद कर रहे हैं. इसी कड़ी में हमने भी मिलकर राशि सरकार को दी.
उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह फिर से राशि देने के लिए तैयार रहेंगे. वहीं, इस विषय पर किसी भी प्रकार की राजनीति होना बड़ी दुख की बात है.
उन्होंने कहा कि आज की परिस्थिति में पूरी इंसानियत कोरोना महामारी से लड़ रही है. ऐसे में हर नागरिक का यह फर्ज है कि वह अपना सहयोग करें. ऐसे मामलों को राजनीति का रंग देना गलत है.