पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम का निधन, प्रदेश में शोक की लहर:पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम (pandit sukh ram passes away) का निधन हो गया है. दिल्ली स्थित एम्स में पंडित सुखराम ने अंतिम सांस ली. बीती रात को पंडित सुखराम को फिर से दिल का दौरा पड़ा, जिस कारण उनका देहांत हो गया. इससे पहले 9 मई को भी उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उन्हें लाइफ स्पोर्ट सिस्टम पर रखा गया था.यहां पढ़ें पूरी खबर..
Pandit Sukh Ram Passes Away: सीएम जयराम समेत कई दिग्गजों ने जताया शोक:पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के निधन से पूरे प्रदेश (Pandit Sukh Ram Passes Away) में शोक की लहर है. हिमाचल प्रदेश (political reaction on pandit sukhram death) के सीएम जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व पीसीसी चीफ कुलदीप सिंह राठौर, कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह समेत कई दिग्गजों ने पंडित सुखराम के निधन पर शोक जताया है.यहां पढ़ें पूरी खबर..
पंडित सुखराम के राजनीतिक सफर पर एक नजर:हिमाचल में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले वाले पंडित सुखराम ((pandit sukh ram passes away) का निधन हो गया है. पंडित सुखराम 95 वर्ष के थे. प्रदेश समेत देश की राजनीति में सुखराम (political journey of pandit sukh ram) का प्रभाव रहा है. केंद्र सरकार में सुखराम मंत्री पद पर भी आसीन रहे हैं. प्रदेश और देश में संचार क्रांति के लिए भी इन्हें जाना जाता है. हालांकि केंद्र में दूरसंचार मंत्री रहते हुए सुखराम पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे.यहां पढ़ें पूरी खबर..
पांवटा साहिब में पुलिस बल तैनात, इसलिए की गई तैनाती:देवभूमि हिमाचल में बढ़ती खालिस्तान एक्टिविटी को देखते हुए जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के संवेदनशील जगहों पर पुलिस बल तैनात किया (Police force deployed in Paonta Sahib)गया है.जानकारी मुताबिक मंगलवार देर रात शहर के सबसे संवेदनशील इलाकों एसडीएम कार्यालय, न्यायालय, विश्राम गृह पीडब्ल्यूडी, गर्ल्स स्कूल, गोविंदघाट बैरियर इन सब जगहों पर अलग से पुलिस तैनात की गई, जो दो शिफ्टों में तैनात रहेगी.यहां पढ़ें पूरी खबर..
कुलपति राजेश्वर सिंह ने कहा, पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों को देंगे बढ़ावा:डॉ. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय (Dr. YS Parmar University of Horticulture and Forestry)के नवनियुक्त कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने कहा कि आधुनिक और पारंपरिक दोनों ही तकनीकों तथा बीजों का प्रयोग करके बागवानी को और बेहतर बनाया जा सकता है. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रो. चंदेल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में पुरातन को संजोए रखने की बात भी चली है. इसके अलावा आधुनिकतम को को कितना प्रयोग करना इसपर भी निर्णय करना ज़रूरी है.यहां पढ़ें पूरी खबर..