कांगड़ा: 8 मई को कुछ अज्ञात लोगों द्वारा तपोवन विधानसभा के गेट के बाहर खालिस्तान के झंडे लगा दिए गए थे. साथ ही वाल पेंटिंग करके भी खालिस्तान लिख दिया गया था हालांकि जिला कांगड़ा पुलिस ने तुरंत (Tapovan assembly Dharamshala) करवाई करते हुए दोनों आरोपियों को पंजाब से दबोच लिया और उनसे पूछताछ भी जारी है. वहीं, इनमें से एक आरोपी हरवीर सिंह ने पुलिस पूछताछ में कबुल भी किया है कि इन्होंने ही तपोवन विधानसभा के गेट पर (Khalistan flags case) खालिस्तान के झंडे लगाए थे. इस घटना के बाद प्रशासन ने विधानसभा के गेट पर सीसीटीवी लगाने की भी बात कही थी.
घटना के बाद भी विधानसभा गेट के बाहर नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे: इसमें हैरत की बात है कि घटना के 12 दिनों बाद भी तपोवन विधानसभा के दोनों प्रमुख गेटों में अभी तक सीसीटीवी कैमरे स्थापित नहीं किये गए हैं. इसे जिला प्रशासन का ढिलमुल रवैया ही कहा जा सकता है कि इतनी बड़ी घटना घटने के बाद भी अभी तक एक भी सीसीटीवी कैमरा विधानसभा गेट के बाहर नहीं लगाया गया है. हालांकि एसपी कांगड़ा खुशहाल शर्मा के दिशा निर्देशों के बाद पुलिस के जवानों को विधानसभा की निगरानी करने के लिए जरूर तैनात कर दिया गया है. इस मामले में अब स्थानीय लोगों और शहर के बुद्धिजीवी लोग भी तपोवन विधानसभा गेट के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग उठाने लगे हैं. इन लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द जिला प्रशासन तपोवन विधानसभा के गेट के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की व्यवस्था करें ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की घटना को अंजाम न दे सके.