चंबा/ कुल्लू: सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में उत्तर भारत में ठंड ने अपना कहर बरपाना भी शुरू कर दिया है. क्या पहाड़ क्या मैदान जहां देखो बस ठंड अपना कहर बरपा रही है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में नवंबर से हो रही बर्फबारी के कारण माइनस में जाता तापमान और सड़कों पर जमता पानी लोगों लिए परेशानी का सबब बने हुए है.
प्रदेश के जिला कुल्लू की बात करें तो यहां विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मनाली, रोहतांग दर्रा और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हो रही है. इससे कुछ लोग तो काफी खुश हैं वहीं, कुछ को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. बर्फबारी को देखते हुए घाटी में प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है. साथ ही आपातकाल के लिए फोन नंबर भी स्थापित किए हैं.
घाटी का तापमान माइनस में होने से यहां सफर करना काफी खतरनाक हो गया है. कुछ ऐसी स्थिति ही जिला लाहौल स्पीती में भी देखने को मिल रही है. बर्फबारी से रोहतांग दर्रा बंद हो गया है जिससे लाहौल स्पीती के लोगों का देश दुनिया से हर साल की तरह संपर्क कट गया है.
जिला चंबा में भी इस समय कुल्लू घाटी जैसी हालत है. साल 2018 की बात करें तो भारी बर्फबारी से जिला का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ था. यहां बागवानों के हजारों के हिसाब से सेब के बगीचे टूट गए जिससे बागवानों को ही करोड़ों का नुकसान हुआ और बिजली विभाग के करीब आठ सौ के आसपास बिजली के खंभे टूट गए जिससे बिजली बंद हो गई.
बर्फबारी एक तरफ जहां कुछ लोगों के लिए परेशानी बन रही है वहीं, टूरिस्ट्स को हिमाचल की वादियों में आने के लिए अपनी ओर आकर्षित भी कर रही है. सफेद चांदी से सजे पहाड़ों का मन मोह लेने वाला नजारा देखने के लिए टूरिस्ट हिमाचल का रुख कर रहे हैं और यहां पहुंच कर वे बर्फ के बीच खूब अटखेलियां करते हैं.