चंबा/डलहौजीः पूरे देश भर में लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घरों को जा रहे हैं. उनके पास खाने तक के लिए पैसे नहीं है, लेकिन जिला चंबा के डलहौजी में प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिलने के बाद उनकी खुशी देखने लायक ही बन रही है.
छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड से करीब 120 मजदूर डलहौजी के बाथरी में कार्य कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन होने के बाद अपने परिवारों के साथ अपने कमरों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा. करीब डेढ़ महीने से जैसे-तैसे इन लोगों ने अपने परिवार के खाने की व्यवस्था की, लेकिन यह प्रवासी मजदूर घर नहीं गए. इसी उम्मीद के साथ यहां बैठे रहे कि उन्हें काम जरूर मिलेगा.
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कुछ जरूरी कामों को शुरू करने की अनुमति प्रदान करने के बाद जैसे ही बनीखेत-डलहौजी मार्ग पर टारिंग का कार्य शुरू हुआ तो ठेकेदार ने इन मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाया.
काम मिलने के बाद मजदूरों को राहत मिली है. अब घर जाने की चिंता कम हो गई है. काम मिलने पर मजदूर काम में डट गए हैं. अब इन्हें अपने परिवार की खाने-पीने की चिंता से राहत मिल गई है. प्रवासी मजदूरों ने इसके लिए प्रदेश सरकार का धन्यवाद भी किया है.